ETV Bharat / state

हरियाणा में बुजुर्ग महिला के खाते से ढाई करोड़ रुपये का ट्राजेंक्शन, जाने पूरा मामला - Rewari ICICI Bank

रेवाड़ी में बुजुर्ग महिला से फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि उसके खाते से ढाई करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन किए गए हैं. जब उनके पास इनकम टैक्स का नोटिस आया तब महिला के होश उड़ गए. पीड़िता का आरोप है कि उनके खाते में न तो इतने पैसे थे और न ही उन्होंने कभी ट्राजेंक्शन ही किया है.

old woman Fraud in Rewari
रेवाड़ी में बुजुर्ग महिला के साथ फर्जीवाड़ा
author img

By

Published : Feb 16, 2023, 4:39 PM IST

रेवाड़ी में बुजुर्ग महिला के साथ फर्जीवाड़ा

रेवाड़ी से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. खबर है कि एक बैंक खाते से लगभग ढाई करोड़ रुपये का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया है. जबकि खाता धारक को इसकी कोई जानकारी नहीं हुई. जब खाता धारक के पास ट्रांजेक्शन से जुड़े इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने लगे तब उसे इस बात का पता चला. इसके बाद फर्जी ट्रांजेक्शन को लेकर खाता धारक ने लगातार शिकायतें की, लेकिन बैंक अधिकारियों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया. पीड़ित का आरोप है कि उसके खाते का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है.

वहीं खाताधारक पीड़ित बुजुर्ग महिला ने बैंक अधिकारियों पर मॉडल टाउन में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. दरअसल, आसलवास गांव रेवाड़ी की रहने वाले रोहताश ने अपनी पत्नी मल्ली के नाम से साल 2009 में आईसीआईसीआई बैंक में ज्वाइंट खाता खुलवाया था. ये खाता उसने ब्रांच ब्रास मार्केट में खुलवाया था. उस वक्त उसकी जमीन HSIDC द्वारा अधिग्रहण की गई थी, जिसकी वजह से बैंक ने गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों के खाते खोले थे.

पीड़ित ने बताया कि खाता खुलने के बाद उसने सिर्फ 5 हजार रुपये की खाते से ट्रांजेक्शन की. इसके अलावा कभी कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया. 72 साल की मल्ली देवी ने बताया कि वह खुद अनपढ़ हैं. 15 सितंबर 2012 को उसके पति रोहताश की मौत हो गई थी. वर्ष 2010 से 2015 के बीच उनके खाते से करीब ढाई करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया. लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला. उनका कहना है कि उनके खाते में इतने पैसे नहीं थे और न ही उन्होंने ट्रांजेक्शन ही किया है. उन्हें नहीं पता कि ये इतने पैसे कहां से उनके खाते में आ गए.

यह भी पढ़ें-रोहतक में शादी समारोह में आए युवकों के 2 गुट भिड़े, जमकर चले लात-घूंसे, 2 युवक घायल

बुजुर्ग पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2015 में उनके पास इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने शुरू हो गए और ढाई करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन से संबंधित सबूत मांगे जाने लगे. उन्होंने अपने सीए के मार्फत बैंक से संपर्क किया, लेकिन बैंक अधिकारियों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की. ना ही उन्हें ट्रांजेक्शन संबंधित कोई जानकारी दी. मल्ली का आरोप है कि वह खुद अनपढ़ होने की वजह से उन्हें बैंक खाते से ट्रांजेक्शन से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं थी.

नोटिस मिलने के बाद उन्होंने अपने बेटे कंवर सिंह के जरिए बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और फिर ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी मांगी. आरोप है कि बैंक अधिकारी ने उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं दी. मल्ली ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने साजिश के तहत उनके खाते का गलत इस्तेमाल करते हुए ढाई करोड़ रुपये का घोटाला किया है. मल्ली ने इससे संबंधित शिकायतें मुख्यमंत्री के अलावा डीजीपी को भेजी. इसके बाद अब मॉडल टाउन थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है.

रेवाड़ी में बुजुर्ग महिला के साथ फर्जीवाड़ा

रेवाड़ी से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. खबर है कि एक बैंक खाते से लगभग ढाई करोड़ रुपये का फर्जी ट्रांजेक्शन किया गया है. जबकि खाता धारक को इसकी कोई जानकारी नहीं हुई. जब खाता धारक के पास ट्रांजेक्शन से जुड़े इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने लगे तब उसे इस बात का पता चला. इसके बाद फर्जी ट्रांजेक्शन को लेकर खाता धारक ने लगातार शिकायतें की, लेकिन बैंक अधिकारियों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया. पीड़ित का आरोप है कि उसके खाते का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है.

वहीं खाताधारक पीड़ित बुजुर्ग महिला ने बैंक अधिकारियों पर मॉडल टाउन में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है. दरअसल, आसलवास गांव रेवाड़ी की रहने वाले रोहताश ने अपनी पत्नी मल्ली के नाम से साल 2009 में आईसीआईसीआई बैंक में ज्वाइंट खाता खुलवाया था. ये खाता उसने ब्रांच ब्रास मार्केट में खुलवाया था. उस वक्त उसकी जमीन HSIDC द्वारा अधिग्रहण की गई थी, जिसकी वजह से बैंक ने गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों के खाते खोले थे.

पीड़ित ने बताया कि खाता खुलने के बाद उसने सिर्फ 5 हजार रुपये की खाते से ट्रांजेक्शन की. इसके अलावा कभी कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया. 72 साल की मल्ली देवी ने बताया कि वह खुद अनपढ़ हैं. 15 सितंबर 2012 को उसके पति रोहताश की मौत हो गई थी. वर्ष 2010 से 2015 के बीच उनके खाते से करीब ढाई करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया. लेकिन उन्हें पता तक नहीं चला. उनका कहना है कि उनके खाते में इतने पैसे नहीं थे और न ही उन्होंने ट्रांजेक्शन ही किया है. उन्हें नहीं पता कि ये इतने पैसे कहां से उनके खाते में आ गए.

यह भी पढ़ें-रोहतक में शादी समारोह में आए युवकों के 2 गुट भिड़े, जमकर चले लात-घूंसे, 2 युवक घायल

बुजुर्ग पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2015 में उनके पास इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस आने शुरू हो गए और ढाई करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन से संबंधित सबूत मांगे जाने लगे. उन्होंने अपने सीए के मार्फत बैंक से संपर्क किया, लेकिन बैंक अधिकारियों ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की. ना ही उन्हें ट्रांजेक्शन संबंधित कोई जानकारी दी. मल्ली का आरोप है कि वह खुद अनपढ़ होने की वजह से उन्हें बैंक खाते से ट्रांजेक्शन से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं थी.

नोटिस मिलने के बाद उन्होंने अपने बेटे कंवर सिंह के जरिए बैंक अधिकारियों से संपर्क किया और फिर ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी मांगी. आरोप है कि बैंक अधिकारी ने उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं दी. मल्ली ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों ने साजिश के तहत उनके खाते का गलत इस्तेमाल करते हुए ढाई करोड़ रुपये का घोटाला किया है. मल्ली ने इससे संबंधित शिकायतें मुख्यमंत्री के अलावा डीजीपी को भेजी. इसके बाद अब मॉडल टाउन थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.