रेवाड़ी: वैसे तो सरकार गरीबों के उत्थान के लिए कई योजनाएं बनाती है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें इन योजनाओं का लाभ ही नहीं मिल पाता. इसे लोगों में जानकारी का अभाव कहें या फिर योजनाओं में कोई कमी. ऐसा ही मामला सामने आया है रेवाड़ी जिले में. दरअसल रेवाड़ी के रहने वाले 72 वर्षीय बुजुर्ग सतबीर की फैमिली आईडी नहीं बन पा रही है. बुजुर्ग ने फैमिली आईडी को लेकर अधिकारियों के चक्कर काटे, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई.
जिसके बाद बुजुर्ग सतबीर ने रोष जताने का अनोखा रास्ता चुना. सतबीर सेहरा बांधकर जिला उपायुक्त के पास पहुंचे और उनको मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में सतबीर ने गुहार लगाई कि 'मुख्यमंत्री जी या तो मेरी फैमिली आईडी बनवाओ या मेरी शादी करवाओ.' सतबीर ने बताया कि उनकी पत्नी का देहांत 6 साल पहले हो गया था. उसके बच्चे भी शादी के बाद बाहर रहकर कमाने लगे. अब घर में बुजुर्ग सतबीर अकेला रहता है.
अकेले होने की वजह से सतबीर की फैमिली आईडी नहीं बन पा रही है. सतबीर ने बताया फैमिली आईडी नहीं बनने की वजह से उनकी आज तक ना तो बुढ़ापा पेंशन बन पाई है और ना ही उनका आयुष्मान कार्ड बना है. फैमिली आईडी के बिना अब उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा. सतबीर ने कहा कि अगर अब भी उनकी मांग पर सुनवाई नहीं हुई तो वो कोर्ट का रुख करेंगे.
क्या है नियम: नियम है कि सरकारी योजनाओं का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा जिनके पास फैमिली आईडी होगी. बिना उसके कोई भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले सकता. वहीं फैमिली आईडी बनाने के लिए फैमिली का होना भी जरूरी है. बिना फैमिली के आईडी बनवाने में अब बुजुर्ग को परेशानी हो रही है. इसलिए बुजुर्ग ने अपना रोष जाहिर करने का अनोखा रास्ता चुना.