रेवाड़ी: देश में इस समय मंदी का दौर सभी क्षेत्रों में देखा जा रहा है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ा है. तभी गाड़ियों को चमकाने के लिए पेंट्स सप्लाई करने वाली नैरोलेक कंपनी को अपने कर्मचारियों को बैठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. कंपनी ने 450 कर्मचारियों की छंटनी की गई है, जिससे 450 परिवारों के हजारों सदस्यों के लिए परेशानी शुरू हो गई है.
जिन दोपहिया और चार पहिया चमकते वाहनों को देखकर आप लाखों रुपये कीमत की गाड़ियों को खरीद लाते हैं. उन्हीं गाड़ियों को चमकाने का काम ये नैरोलेक कंपनी करती है. जी हां, ये पेंट बनाने वाली कंपनी है, जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आर्थिक मंदी की जद में आने के बाद प्रोडक्ट्स की मांग में भारी कमी आई है, जिसके कारण कंपनी को 450 कर्मचारियों को बैठाना पड़ा, जिसके बाद कर्मचारियों में रोष है.
कंपनी गेट के बाहर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि उनके पास परिवार चलाने के लिए कंपनी का ही सहारा था, वो भी छिन गया. अब ऐसे में उनके सामने घर का चूल्हा चलाने के लिए दूसरा साधन नहीं होने से समस्या बन गई है.
उन्होंने जिला प्रशासन और कम्पनी प्रबंधन से मांग है कि उन्हें फिर से नौकरी पर रख लिया जाए ताकि वो अपना परिवार चला सकें, लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों की सुध लेने प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी नही पहुंचा. यहां तक कि कंपनी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई.
रविवार को गुरुग्राम से पहुंचे यूनियन के कुछ पदाधिकारियों से उनकी यूनियन की बैठक हुई है. कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी उनके हक में फैसला नहीं लेती है तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा.