ETV Bharat / state

मंदी का असर: 450 कर्मचारियों को नैरोलेक कंपनी ने निकाला, गेट के बाहर किया प्रदर्शन

मंदी के कारण कई सेक्टर में काफी असर देखने को मिल रहा है. मारुति के बाद अब पेंट्स बनाने वाली कंपनी नैरोलेक ने भी 450 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है.

450 श्रमिकों को नैरोलेक कंपनी ने निकाला
author img

By

Published : Sep 16, 2019, 4:09 AM IST

Updated : Sep 16, 2019, 9:49 AM IST

रेवाड़ी: देश में इस समय मंदी का दौर सभी क्षेत्रों में देखा जा रहा है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ा है. तभी गाड़ियों को चमकाने के लिए पेंट्स सप्लाई करने वाली नैरोलेक कंपनी को अपने कर्मचारियों को बैठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. कंपनी ने 450 कर्मचारियों की छंटनी की गई है, जिससे 450 परिवारों के हजारों सदस्यों के लिए परेशानी शुरू हो गई है.

जिन दोपहिया और चार पहिया चमकते वाहनों को देखकर आप लाखों रुपये कीमत की गाड़ियों को खरीद लाते हैं. उन्हीं गाड़ियों को चमकाने का काम ये नैरोलेक कंपनी करती है. जी हां, ये पेंट बनाने वाली कंपनी है, जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आर्थिक मंदी की जद में आने के बाद प्रोडक्ट्स की मांग में भारी कमी आई है, जिसके कारण कंपनी को 450 कर्मचारियों को बैठाना पड़ा, जिसके बाद कर्मचारियों में रोष है.

क्लिक कर देखें वीडियो.

कंपनी गेट के बाहर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि उनके पास परिवार चलाने के लिए कंपनी का ही सहारा था, वो भी छिन गया. अब ऐसे में उनके सामने घर का चूल्हा चलाने के लिए दूसरा साधन नहीं होने से समस्या बन गई है.

उन्होंने जिला प्रशासन और कम्पनी प्रबंधन से मांग है कि उन्हें फिर से नौकरी पर रख लिया जाए ताकि वो अपना परिवार चला सकें, लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों की सुध लेने प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी नही पहुंचा. यहां तक कि कंपनी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई.

रविवार को गुरुग्राम से पहुंचे यूनियन के कुछ पदाधिकारियों से उनकी यूनियन की बैठक हुई है. कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी उनके हक में फैसला नहीं लेती है तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा.

रेवाड़ी: देश में इस समय मंदी का दौर सभी क्षेत्रों में देखा जा रहा है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ा है. तभी गाड़ियों को चमकाने के लिए पेंट्स सप्लाई करने वाली नैरोलेक कंपनी को अपने कर्मचारियों को बैठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. कंपनी ने 450 कर्मचारियों की छंटनी की गई है, जिससे 450 परिवारों के हजारों सदस्यों के लिए परेशानी शुरू हो गई है.

जिन दोपहिया और चार पहिया चमकते वाहनों को देखकर आप लाखों रुपये कीमत की गाड़ियों को खरीद लाते हैं. उन्हीं गाड़ियों को चमकाने का काम ये नैरोलेक कंपनी करती है. जी हां, ये पेंट बनाने वाली कंपनी है, जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. आर्थिक मंदी की जद में आने के बाद प्रोडक्ट्स की मांग में भारी कमी आई है, जिसके कारण कंपनी को 450 कर्मचारियों को बैठाना पड़ा, जिसके बाद कर्मचारियों में रोष है.

क्लिक कर देखें वीडियो.

कंपनी गेट के बाहर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि उनके पास परिवार चलाने के लिए कंपनी का ही सहारा था, वो भी छिन गया. अब ऐसे में उनके सामने घर का चूल्हा चलाने के लिए दूसरा साधन नहीं होने से समस्या बन गई है.

उन्होंने जिला प्रशासन और कम्पनी प्रबंधन से मांग है कि उन्हें फिर से नौकरी पर रख लिया जाए ताकि वो अपना परिवार चला सकें, लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों की सुध लेने प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी नही पहुंचा. यहां तक कि कंपनी की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई.

रविवार को गुरुग्राम से पहुंचे यूनियन के कुछ पदाधिकारियों से उनकी यूनियन की बैठक हुई है. कर्मचारियों ने कहा कि कंपनी उनके हक में फैसला नहीं लेती है तो उन्हें मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा.

Intro:श्रमिकों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी, 450 परिवार हुए कंपनी की आर्थिक मंदी का शिकार...
रेवाड़ी, 15 सितंबर।
जिन दोपहिया व चारपहिया वाहनों की चमचमाहट को देखकर आप लाखों रुपये कीमत की गाड़ियों को उनकी चमक देखकर खरीद लाते है यह वहीं नैरोलेक पैंट्स बनाने वाली कंपनी है जो इन गाड़ियों को चमकाने के लिए पैंट्स तैयार करती है। कभी आपने सपने में भी नही सौचा होगा कि इतनी बड़ी कंपनी अपने कर्मचारियों के साथ धौखा कर उन्हें बाहर निकाला सकती है।लेकिन देश की इस बड़ी ने बगैर नोटिस दिए अपने 450 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
Body:कंपनी गेट के बाहर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि उनके पास परिवार चलाने के लिए कंपनी का ही सहारा था जो वह भी छीन गया। अब ऐसे में उनके सामने घर का चूल्हा चलाने के लिए दूसरा साधन नही होने से समस्या बन गई है। उनकी जिला प्रशासन व कम्पनी प्रबंधन से मांग है की उन्हें फिर से नौकरी पर रख लिया जाए ताकि वह अपना परिवार चला सके। लेकिन 4 दिन बीत जाने के बाद भी इन कर्मचारियों की सुध लेने प्रशासन की और से कोई भी अधिकारी नही पहुंचा। यहां तक कि कंपनी को तरफ से यह तक किसी ने उन्हें अब तक नही बताया है कि उन्हें क्यों निकाला गया है। आज गुरुग्राम से पहुंचे यूनियन के कुछ पदाधिकारियों से उनकी यूनियन की बैठक हुई है जिसमें कल 11 बजे तक कुछ हल होने का समय दिया गया है। अगर कर्मचारियों के हक में कंपनी कोई फ़ैसला नही लेते है तो उन्हें बड़ा आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है। उनका कहना है कि ठेकेदारों के वर्करों को पुलिस की सहायता से अंदर लेजाकर काम करवाया जा रहा है। इस कैमिकल प्लांट में कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है, कयोंकि कंपनी पूर्ति करने के लिए अनुभवहीन कर्मचारियों को भर्ती कर उनसे काम ले रही है।
बाइट--नरेश चौहान, श्रमिक।
बाइट--सतपाल यादव, प्रधान।
बाइट--जवाहरलाल, नेता कांग्रेस।Conclusion:अब देखना होगा की रोजगार देने वाली भाजपा सरकार श्रमिकों को इनका अधिकार दिलाने के लिए क्या प्रयास करेगी।
Last Updated : Sep 16, 2019, 9:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.