रेवाड़ी: धारुहेड़ा की आनंदम सोसाइटी के समीप 8 जुलाई को मिले यूपी निवासी श्रमिक संदीप की हत्या मामले में गिरफ्तार हुए हत्यारों ने मंगलवार को बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने गुरुग्राम में भी तीन लोगों की हत्या की है. डीएसपी अमित भाटिया ने बताया कि श्रमिक हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनकी पहचान मध्य प्रदेश के दतिया निवासी विशाल और यूपी के जिला गौतम बुद्ध नगर निवासी आयुष उर्फ मयंक के रूप में हुई है.
उन्होंने बताया कि वारदात के दिन संदीप अपने गांव यूपी के जिला फैजाबाद के गांव नंगला बबूल से सुबह लौटा और जिले के कापड़ीवास गांव में उतर गया था. इस दौरान उक्त दोनों आरोपी अपनी बाइक से गुरुग्राम की तरफ से आ रहे थे तभी उनकी नजर उस पर पड़ गई. वह उसे लिफ्ट दे कर सुनसान स्थल पर ले गए और नगदी, मोबाइल फोन लूटने के बाद उसके चेहरे पर भारी पत्थर के वार कर मौत के घाट उतार दिया था. वारदात को अंजाम देने के बाद वे अपने कमरों पर चले गए थे.
पुलिस ने उन्हें रिमांड पर लिया तो उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने गिरोह बनाया हुआ है जिसमें यूपी के एटा निवासी अशोक कुमार और गुरुग्राम के सूरत नगर निवासी महेश भी शामिल हैं. ये सभी मिलकर दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर ऐसे लोगों को निशाना बनाते थे जो रात के समय कंपनी से लौटते थे. उन्होंने गुरुग्राम के सेक्टर-9 में भी लूटपाट की इरादे से एक दम्पत्ति की हत्या की थी और बड़ी मात्रा में नगदी व जेवरात लूटे थे.
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वहीं बीती 26 जून को गुरुग्राम के ही मन्नत ढाबा से लिफ्ट देकर एक व्यक्ति को लूटकर उसका गला रेत कर शव फेंक दिया था, लेकिन वह समय रहते लोगों द्वारा देख लिए जाने पर उसकी जान बच गई. वहीं सेक्टर-10 में जुलाई माह में आईएमटी चौक से यात्री को लिफ्ट देकर कंपनी कर्मी की हत्या करके शव फेंक दिया था. डीएसपी ने कहा कि आरोपियों के इस कबूलनामे के बाद इसकी जानकारी गुरुग्राम पुलिस को दी गई जिस पर पुलिस ने अशोक व महेश को भी गिरफ्तार कर लिया है.
रेवाड़ी की इस दिल दहला देने वाली वारदात का खुलासा हो चुका है, लेकिन अभी और भी ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. पुलिस की लोगों से अपील है कि अनजान लोगों से लिफ्ट लेना जान जोखिम में डालना है इसलिए सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें.