ETV Bharat / state

'अध्यापकों ने कहा गैंगरेप पीड़िता को सबके बीच बैठकर देना होगा पेपर, नहीं मिलेगी कोई सुविधा' - रेवाड़ी गैंगरेप पीड़िता की मां ने लगाया आरोप

रेवाड़ी के कनीना गैंगरेप पीड़िता की मां के मुताबिक अध्यापकों ने ये कहा है कि अगर पीड़िता सबके बीच बैठकर पेपर देगी तो अच्छा है सबको पता चल जाएगा कि उसके साथ क्या हुआ है. पीड़िता की मां ने कॉलेज के तीन अध्यापकों पर आरोप लगाएं है कि मेरी बेटी को हादसे की याद दिलाते हुए कहा गया कि ऐसे वारदातें तो देश में और भी कई लड़कियों के साथ घट चुकी है.

कनीना गैंगरेप पीड़िता की मां ने लगाया आरोप
author img

By

Published : Nov 3, 2019, 12:19 PM IST

रेवाड़ीः पिछले साल कुछ दरिदों की हवस का शिकार हुई रेवाड़ी की बेटी अपमान भरी जिंदगी जीने को मजबूर है. एक तरफ आरोपी पक्ष पीड़ित पक्ष पर दबाव बना रहा है तो दूसरी तरफ पीड़िता की मां ने अध्यापकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता की मां के मुताबिक अध्यापकों ने कहा कि जब कैदी सबके बीच बैठकर पेपर दे सकते हैं तो वो क्यों नहीं. पीड़िता की मां ने पुलिस प्रशासन से मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

पीड़ित मां का आरोप
गैंगरेप पीड़िता की मां का आरोप है कि अध्यापकों ने ये भी कहा है कि अगर पीड़िता सबके बीच बैठकर पेपर देगी तो अच्छा है सबको पता चल जाएगा कि उसके साथ क्या हुआ है. पीड़िता की मां ने कॉलेज के तीन अध्यापकों पर आरोप लगाएं है कि मेरी बेटी को हादसे की याद दिलाते हुए कहा गया कि ऐसे वारदातें तो देश में और भी कई लड़कियों के साथ घट चुकी है. ये कोई उनसे अलग नहीं है. आरोप है कि अध्यापकों ने कहा कि कैदी भी सभी छात्रों के बीच बैठकर अपनी परीक्षा देते है फिर पीड़िता को भी देना होगा. इसके लिए कोई अलग रूल नहीं बनाया जा सकता है.

कनीना गैंगरेप पीड़िता की मां ने लगाया आरोप

आरोपी पक्ष भी दे रहा था धमकी
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी को लगातार आरोपी पक्ष के लोग जान से मारने की धमकियां दे रहे थे, जिसको लेकर कोर्ट के आदेश पर उसे और उसके परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवा दी गई. उन्होंने कहा कि इतने समय से सब ठीक चल रहा था लेकिन अब जब उसके बीएससी के पेपर है तो परीक्षा देने से कॉलेज के अध्यापकों द्वारा उसे वंचित कर दिया गया.

ये भी पढ़ेंः 9 महीने की गर्भवती की मौत, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हुई महापंचायत

ये है मामला
कोसली क्षेत्र के एक गांव कनीना निवासी छात्रा को तीन लड़कों ने अगवा करके गैंगरेप किया था. बता दें कि लड़की नेशनल कबड्डी की खिलाड़ी है उनको राष्ट्रपति भी सम्मानित कर चुके हैं. 12 सितंबर को लड़की पिता के साथ कनीना आई थी. बस स्टैंड से गुजर रही थी तो गांव के पंकज और मनीष मिले. आरोप है कि पंकज ने लड़की को पानी पिलाया. इससे वो बेहोश हो गई. इसके बाद दोनों उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां निशु नामक युवक पहले मौजूद था. तीनों ने उसके साथ रेप किया. गैंगरेप के बाद उसे गंभीर हालत में बस स्टैंड पर छोड़ दिया था.

रेवाड़ीः पिछले साल कुछ दरिदों की हवस का शिकार हुई रेवाड़ी की बेटी अपमान भरी जिंदगी जीने को मजबूर है. एक तरफ आरोपी पक्ष पीड़ित पक्ष पर दबाव बना रहा है तो दूसरी तरफ पीड़िता की मां ने अध्यापकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता की मां के मुताबिक अध्यापकों ने कहा कि जब कैदी सबके बीच बैठकर पेपर दे सकते हैं तो वो क्यों नहीं. पीड़िता की मां ने पुलिस प्रशासन से मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

पीड़ित मां का आरोप
गैंगरेप पीड़िता की मां का आरोप है कि अध्यापकों ने ये भी कहा है कि अगर पीड़िता सबके बीच बैठकर पेपर देगी तो अच्छा है सबको पता चल जाएगा कि उसके साथ क्या हुआ है. पीड़िता की मां ने कॉलेज के तीन अध्यापकों पर आरोप लगाएं है कि मेरी बेटी को हादसे की याद दिलाते हुए कहा गया कि ऐसे वारदातें तो देश में और भी कई लड़कियों के साथ घट चुकी है. ये कोई उनसे अलग नहीं है. आरोप है कि अध्यापकों ने कहा कि कैदी भी सभी छात्रों के बीच बैठकर अपनी परीक्षा देते है फिर पीड़िता को भी देना होगा. इसके लिए कोई अलग रूल नहीं बनाया जा सकता है.

कनीना गैंगरेप पीड़िता की मां ने लगाया आरोप

आरोपी पक्ष भी दे रहा था धमकी
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी को लगातार आरोपी पक्ष के लोग जान से मारने की धमकियां दे रहे थे, जिसको लेकर कोर्ट के आदेश पर उसे और उसके परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवा दी गई. उन्होंने कहा कि इतने समय से सब ठीक चल रहा था लेकिन अब जब उसके बीएससी के पेपर है तो परीक्षा देने से कॉलेज के अध्यापकों द्वारा उसे वंचित कर दिया गया.

ये भी पढ़ेंः 9 महीने की गर्भवती की मौत, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हुई महापंचायत

ये है मामला
कोसली क्षेत्र के एक गांव कनीना निवासी छात्रा को तीन लड़कों ने अगवा करके गैंगरेप किया था. बता दें कि लड़की नेशनल कबड्डी की खिलाड़ी है उनको राष्ट्रपति भी सम्मानित कर चुके हैं. 12 सितंबर को लड़की पिता के साथ कनीना आई थी. बस स्टैंड से गुजर रही थी तो गांव के पंकज और मनीष मिले. आरोप है कि पंकज ने लड़की को पानी पिलाया. इससे वो बेहोश हो गई. इसके बाद दोनों उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां निशु नामक युवक पहले मौजूद था. तीनों ने उसके साथ रेप किया. गैंगरेप के बाद उसे गंभीर हालत में बस स्टैंड पर छोड़ दिया था.

Intro:बहुचर्चित कनीना-रेवाड़ी गैंगरेप मामला:
पीड़िता को लगातार हादसे को लेकर किया जा रहा है अपमानित...
अध्यापक बोले; देश की और भी बेटियों के साथ घट चुकी है ऐसी घटनाएं...कैदी भी सभी छात्रों के बीच बैठकर देते है परीक्षा, इसे भी देनी होगी...रेवाड़ी, 2 नवंबर। Body:ऐसे कैसे बचेंगी और कैसे पढेंगी हरियाणा की बेटियां जब अध्यापक ही सरकार के दिये हुए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को साकार करने में रोड़ा बनें हों। जी हां हम बात कर रहे है देश की होनहार उस बेटी की जिसको हवस के तीन वहशी दरिंदों ने अपनी हवस का शिकार बनाया था। 12 सितंबर 2018 को रेवाड़ी जिले के एक गांव की बेटी जब कोचिंग के लिए अपने गांव से कनीना जा रही थी कि गांव के ही नीशू, मनीष व पंकज फौजी तीन हैवानों के बुरी नियत से उसका अपहरण कर खेतों में बने एक कोठड़े में ले जाकर हैवानियत की सारी हदें पार कर वापस उसे वहीं फेंककर फ़रार हो गए थे। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस पीड़ित बेटी को लगातार आरोपी पक्ष के लोग जान से मारने की धमकियां देंने लगे तब कोर्ट के आदेश पर उसे व उसके परिवार को।पुलिस सुरक्षा मुहैया करवा दी गई थी। इतने समय से सब ठीक चल रहा था कि अब BSC द्वितीय वर्ष के द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा देने से कॉलेज के अध्यापकों द्वारा वंचित कर दिया गया।
पीड़िता की मां ने नाहड़ के सरकारी कॉलेज के तीन अध्यापक सुषमा, अजित व जगत सिंह पर आरोप लगाएं है कि मेरी बेटी को हादसे की याद दिलाते हुए कहा गया कि ऐसे वारदातें तो देश में और भी कई लड़कियों के साथ घट चुकी है, यह कोई उनसे अलग नही है। कैदी भी सभी छात्रों के बीच बैठकर अपनी परीक्षा देते है फिर यह भी देगी। इसके लिए कोई अलग रूल नही बनाया जा सकता है। इतना ही नही पीड़िता की मां ने तो यहां तक कहां है कि अध्यापक बोले सब के बीच में बैठकर परीक्षा देगी तो सब को पता भी चल जाएगा कि इस लड़की के साथ क्या हुआ था। अब आप ही बताइएं की क्या पीड़िता को अपमानित करने का अधिकार इन अध्यापकों को किसने दिया। क्या ऐसे होगा हरियाणा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा साकार। अब देखाना होगा कि प्रशासन इन तीनों अध्यापकों के खिलाफ़ कार्रवारी अमल में लाती है या पीड़ित बेटी को शिक्षा से वंचित ही रहना पड़ेगा।
बाइट--पीड़ित लड़की की मां।Conclusion:अब देखना होगा की बेटियों को कब तक अपमान का कड़वा घूँट पीना पड़ेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.