रेवाड़ी: हरियाणा में बारिश और बाढ़ से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, 1,362 गांव प्रभावित हैं. वहीं, रेवाड़ी जिले के जाटूवास गांव में जोहड़ में नहाने गए युवक की जोहड़ में डूबने मौत हो गई. एसडीआरएफ की टीम ने 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह 7 बजे शव को जोहड़ से बाहर निकाला. प्रशासन की तरफ से कोई भी गोताखोर नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में भारी रोष है.
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जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी के जाटूवास गांव निवासी वीरेंद्र मंगलवार देर शाम को गांव के जोहड़ में नहाने के लिए उतरा था. उस समय गांव के लोग भी वहां मौजूद थे. ग्रामीणों के अनुसार वीरेंद्र ने तैर कर दो बार जोहड़ को पार कर लिया था, तीसरी बार वीरेंद्र जोहड़ में उतर तो गया, लेकिन वापस बाहर नहीं आया. काफी देर होने के बाद भी जब वीरेंद्र बाहर नहीं आया तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की अधिकारियों ने अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन शव नहीं मिल पाया और ना ही कोई भी गोताखोर जिला प्रशासन की तरफ से पहुंचा.
वीरेंद्र अपनी माता-पिता के इकलौता बेटा था. कुछ साल पहले ही उसके पिता का देहांत भी हो चुका है. पूरी रात सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन कुछ भी नहीं पता चल पाया. आज सुबह SDRF की टीम ने गांव में पहुंच जोहड़ में सर्च अभियान शुरू किया. एसडीआरएफ की टीम ने शव को जोहड़ से बाहर निकाल कर सिविल हॉस्पिटल में भिजवा दिया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा.
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ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन की तरफ से देर शाम को कोई भी गोताखोर नहीं पहुंचा. जोकि जिला प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही है. युवक की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. 15 घंटे बाद शव निकालने पर प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आज सुबह SDRF की टीम 15 घंटे बाद पहुंची और सर्च अभियान शुरू किया, जिसके बाद टीम ने शव को बाहर निकाला. बता दें कि, एक महीने पहले भी इसी जोहड़ में जन्मदिन पार्टी मना कर नहाने गए दो युवक की डूबने से मौत हो गई थी. मॉडल टाउन थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.