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रेवाड़ी में अनोखी शादी, बारातियों को गिफ्ट किए 201 पौधे - rewari news in hindi

रेवाड़ी में एक शादी ने पर्यावरण सरंक्षण को ध्यान में रखते हुए कई मिसाल पेश किए. शादी में न तो पटाखे फोड़े गए ना ही किसी भी प्रकार दहेज लिया गया. ससुराल पक्ष के लोगों ने बारातियों को भेंट में पौधे वितरित किए.

fire crackers free and dowry free marriage in Rewari
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Published : Nov 28, 2019, 7:32 AM IST

रेवाड़ी: रेवाड़ी में एक एडवोकेट ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक सरहानीय पहल की है. शादी में आए बारातियों को ससुराल पक्ष के लोगों को पौंधे भेंट करके एक अनुठा उदाहरण पेश किया है.

पर्यावरण सरंक्षण के मद्देनजर हुई शादी

इस शादी में न तो कोई पटाखा फोड़ा गया नहीं किसी प्रकार का नशे या शराब का सेवन किया गया. ये शादी एक प्रकार से मिसाल बनी. आपको बता दें कि इससे पहले शादी के कार्ड भी कागज के कार्ड पर नहीं बल्की रुमाल पर छपवाएं गए थे.

ये भी जाने- पानीपत के सागर ने जूनियर एशियन कुश्ती प्रतियोगिता में जीता गोल्ड मेडल

दहेज रहित शादी

ये शादी जिला के शहबाजपुर खालसा गांव की है जहां एडवोकेट परीक्षित यादव की शादी महेन्द्रगढ़ जिला के गांव चंदपुरा निवासी व दिल्ली पुलिसकर्मी अल्का यादव के साथ हुई थी. इस शादी में किसी भी प्रकार का दहेज नहीं दिया गया. इस दहेज रहित शादी में मात्र नारियल और एक रुपये का शगुन दिया गया.

रुमाल पर छपवाए थे शादी कार्ड

शादी से पूर्व प्रक्षित यादव ने कागज के शादी कार्ड की बजाय रूमाल पर शादी निमंत्रण छपवाकर रिश्तेदारों व दोस्तों को दिये थे. रूमाल पर छपे इस निमंत्रण की खास बात यह है कि एक बार धोने के बाद इस रूमाल का दोबारा प्रयोग किया जा सकता है.

201 एक पौधे किए भेंट

परीक्षित ने बताया कि शादी में दोस्तों ने एक भी पटाखा नहीं फोड़ा गया और ना ही किसी भी बाराती ने कोई नशा किया. स्टेज पर आशीर्वाद रीति-रिवाज के दौरान सभी को पौधें देकर सम्मानित किया. उनके ससुर तेजप्रकाश यादव ने 201 पौधें भेंट स्वरूप बांटे किये थे.

रेवाड़ी: रेवाड़ी में एक एडवोकेट ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक सरहानीय पहल की है. शादी में आए बारातियों को ससुराल पक्ष के लोगों को पौंधे भेंट करके एक अनुठा उदाहरण पेश किया है.

पर्यावरण सरंक्षण के मद्देनजर हुई शादी

इस शादी में न तो कोई पटाखा फोड़ा गया नहीं किसी प्रकार का नशे या शराब का सेवन किया गया. ये शादी एक प्रकार से मिसाल बनी. आपको बता दें कि इससे पहले शादी के कार्ड भी कागज के कार्ड पर नहीं बल्की रुमाल पर छपवाएं गए थे.

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दहेज रहित शादी

ये शादी जिला के शहबाजपुर खालसा गांव की है जहां एडवोकेट परीक्षित यादव की शादी महेन्द्रगढ़ जिला के गांव चंदपुरा निवासी व दिल्ली पुलिसकर्मी अल्का यादव के साथ हुई थी. इस शादी में किसी भी प्रकार का दहेज नहीं दिया गया. इस दहेज रहित शादी में मात्र नारियल और एक रुपये का शगुन दिया गया.

रुमाल पर छपवाए थे शादी कार्ड

शादी से पूर्व प्रक्षित यादव ने कागज के शादी कार्ड की बजाय रूमाल पर शादी निमंत्रण छपवाकर रिश्तेदारों व दोस्तों को दिये थे. रूमाल पर छपे इस निमंत्रण की खास बात यह है कि एक बार धोने के बाद इस रूमाल का दोबारा प्रयोग किया जा सकता है.

201 एक पौधे किए भेंट

परीक्षित ने बताया कि शादी में दोस्तों ने एक भी पटाखा नहीं फोड़ा गया और ना ही किसी भी बाराती ने कोई नशा किया. स्टेज पर आशीर्वाद रीति-रिवाज के दौरान सभी को पौधें देकर सम्मानित किया. उनके ससुर तेजप्रकाश यादव ने 201 पौधें भेंट स्वरूप बांटे किये थे.

Intro:दहेज रहित शादी में बारातियों का गिफ्ट किये 201 पौधें
रूमाल पर शादी कार्ड छपवा कर दिया था सभी को न्यौता
रेवाड़ी, 27 नवम्बर (महेंद्र भारती)।Body:रेवाड़ी के एक एडवोकेट ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहल करते हुए जहां रूमाल पर शादी कार्ड छपवाकर शादी का न्यौता दिया था, वहीं ससुराल पक्ष ने सभी बारातियों को पौधें भेंट कर सराहनीय कार्य किया है। हाल ही में दहेज रहित हुई इस शादी में एक भी पटाखा भी नहीं फोड़ा गया। यह शादी रेवाड़ी के साथ-साथ आसपास के गांवों में मिसाल बन गई है और लोग नवदम्पति को बधाई देने में जुटे हुए है। नवदम्पति ने भी अपने नये जीवन की शुरूआत पौधारोपण से की है।
जिला के गांव शहबाजपुर खालसा निवासी एडवोकेट परीक्षित यादव की शादी महेन्द्रगढ़ जिला के गांव चंदपुरा निवासी व दिल्ली पुलिसकर्मी अल्का यादव के साथ हुई है। दहेज रहित यह शादी मात्र नारियल और एक रुपये के शगुन के साथ सम्पन्न हुई है। शादी से पूर्व प्रक्षित यादव ने कागज के शादी कार्ड की बजाय रूमाल पर शादी निमंत्रण छपवाकर रिश्तेदारों व दोस्तों को दिये थे। रूमाल पर छपे इस निमंत्रण की खास बात यह है कि एक बार धोने के बाद इस रूमाल को यूज भी किया जा रहा है। इससे न केवल कागजों की बचत हुई, वहीं शादी कार्ड इधर-उधर बिखरने से बचे हैं।
परीक्षित ने बताया कि शादी में दोस्तों द्वारा एक भी पटाखा नहीं फोड़ा गया और न ही किसी भी बाराती को किसी प्रकार का नशा किया। स्टेज पर आशीर्वाद रीति रिवाज के दौरान सभी को पौधें देकर सम्मानित किया। उनके ससुर तेजप्रकाश यादव ने 201 पौधें भेंट स्वरूप वितरित किये हंै। बारातियों ने ये सभी पौधे अपने-अपने घरों में लगाए हैं। शादी के बाद उन्होंने भी अपने नये जीवन शुरूआत 21 पौधे रोपित कर की है।
Conclusion:फोटो कैप्शन
चंदपुरा में दहेज रहित शादी में दूल्हा-दुल्हन को पौधे भेंट कर आशीर्वाद देते हुए रिश्तेदार।
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