रेवाड़ी: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. देश के कई हिस्सों में कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर स्थित जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर भी पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे हैं.
कड़कड़ाती सर्दी और बारिश के बाद भी किसान अपनी मांग पर अडिग हैं. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि तीनों कृषि कानून पास करते वक्त सरकार ने किसी की सहमति नहीं ली और अब भी बगैर सहमति के ही सरकार को इन तीनों काले कानूनों को रद्द कर किसानों को राहत देनी चाहिए.
जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर जारी किसानों का धरना
रामपाल जाट ने कहा कि सरकार का मन समस्याओं का समाधान करने का नहीं दिखाई दे रहा है. अगर सरकार करना चाहे तो वो सभी शर्ते मान कर किसानों की समस्याओं का समाधान कर सकती हैं. सरकार को सद्बुद्धि आएगी तब ही किसानों की सभी मांगें पूरी होंगी.
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बता दें कि पिछले 47 दिनों से किसान कड़कड़ाती ठंड और बारिस में जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन आठ बार की वार्ता के बाद भी समाधान नहीं निकल पाया है.