रेवाड़ी: हरियाणा में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. जिसके चलते लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है. हालांकि साइबर ठगी से बचने के लिए सरकार और प्रशासन लोगों जागरुक रहकर ऐसी ठगी से बचने का आह्वान करता आ रहा है. ऐसे में ताजा मामला रेवाड़ी में साइबर ठगी का (Cyber Fraud in Rewari) है. जहां आरोपियों ने पेटीएम कस्टमर केयर का अधिकारी बनकर युवक से पहले जानकारी जुटाई और फिर एनीडेस्क एप के जरिए वारदात को अंजाम दिया.
दरअसल पीड़ित धर्मेंद्र पासवान यूपी के कुशीनगर जिले का रहने वाला है, जो वर्तमान में धारुहेड़ा में रहता हैं. धर्मेन्द्र ने बताया कि उसके पास दो अलग-अलग नंबर से कॉल आई और उन्होंने खुद को पेटीएम कस्टमर केयर से बताकर पेटीएम यूज करने के बार में पूछा. धर्मेन्द्र द्वारा हां करने पर शातिरों ने कहा कि उनका पेटीएम अकाउंट हैक हो गया है. इसे दोबारा से चालू करने के लिए कुछ जानकारी देनी होगी. धर्मेन्द्र उनकी बातों में आ गया और शातिर ठगों ने उससे मोबाइल पर एनीडेस्क एप डाउनलोड करी लिया.
एप डाउनलोड होने के बाद धर्मेन्द्र ने उस पर अपने आईसीआईसीआई बैंक से संबंधित पूरी डिटेल डाल दी. कुछ देर बाद ही पहली बार में उसके खाते से 29 हजार 190 रुपए कटने का मोबाइल पर मैसेज आया. उसके बाद 2,400 रुपये, 1,999 रुपये और 2 हजार रुपए पेटीएम वॉलेट से कट गए. कुल मिलाकर 35 हजार 589 रुपए की नकदी साफ होने पर उसने तुरंत बैंक के टोल फ्री नंबर लेकर अपना खाता बंद कराया और फिर ठगी से संबंधित जानकारी जुटाई.
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हालांकि धर्मेंद्र ने जिस शातिर के पेटीएम अकाउंट में राशि ट्रांसफर हुई है, उसकी आईडी और खाते से संबंधित जानकारी निकाल ली और फिर पुलिस को शिकायत कर दी है. धारूहेड़ा थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरु कर दी है. पुलिस का कहना है कि जिसके अकाउंट में राशि ट्रांसफर हुई है, उसकी डिटेल निकलवाई जाएगी. जिससे शातिर ठग का पता लगाया जा सके.
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