रेवाड़ी: रेवाड़ी जिले में एक व्यक्ति को व्हाट्सअप पर अनजान व्यक्ति का वीडियो कॉल रिसीव करना उस समय महंगा पड़ गया. जब व्यक्ति का अश्लील वीडियो बनाकर आरोपियों ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी व यू-ट्यूब का अधिकारी बताकर ब्लैकमेल किया और करीब 17 लाख रुपये ठग लिए. आरोपियों ने ब्लैकमेल के इन रुपयों को अलग- अलग बैंक अकाउंट में जमा कराया था. पीड़ित की शिकायत पर रेवाड़ी साइबर पुलिस थाना में केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
रेवाड़ी साइबर पुलिस थाना पुलिस को दी शिकायत में गुरुग्राम के धर्मसिंह ने बताया कि वह वर्तमान में धारूहेड़ा के गांव महेश्वरी की गोयल कॉलोनी में रहता है. 17 मई को उसके व्हाट्सअप पर किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल आई थी. जब उसने वीडियो कॉल को रिसीव किया तो एक लड़की की आपत्तिजनक तस्वीर दिखाई दे रही थी. इस दौरान आरोपी ने उसके फोटो और वीडियो बना लिए. इसके बाद 23 मई को उसके पास आरोपियों ने कॉल किया.
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जिसमें उससे गया कि वह दिल्ली क्राइम ब्रांच से बोल रहा है. उसकी व लड़की की अश्लील वीडियो व फोटो यू-ट्यूब पर वायरल हो रही है, इसे तुरंत डिलीट कराएं. अन्यथा यह वीडियो अन्य 6 चैनलों पर चल जाएगी और उसकी बदनामी होगी. कॉलकर्ता ने कहा कि वीडियो डिलीट करानी है तो यू-ट्यूब अधिकारी के दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क कर लें.
धर्मसिंह ने पुलिस को बताया कि जब उसने दिए गए नंबर पर बात की तो फर्जी यू-ट्यूब अधिकारी ने वीडियो डिलीट करने की एवज में 50 हजार रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा. इस पर उसने घबराकर 49 हजार 500 रुपये अपने परिचित मनीष के खाते से बताए गए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा दिये. आधे घंटे बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच से फिर फोन आया और कहा कि अभी भी उसकी वीडियो ऑनलाइन है. आप इस संबंध में अधिकारी से दोबारा बात करो.
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इस पर फर्जी यूट्यूब के अधिकारी ने 1 लाख रुपये की और डिमांड की. पीड़ित ने अपने साथी सोनू के खाते से 1 लाख रुपये भी ट्रांसफर करा दिये. धर्मसिंह ने कहा कि इसके बाद आरोपियों की ब्लैकमेलिंग का सिलसिला बंद नहीं हुआ. वे लगातार रुपयों की मांग करते रहे. उसने ब्लैकमेलिंग के चलते अलग-अलग समय पर उपरोक्त राशि सहित कुल 16 लाख 95 हजार 500 रुपये आरोपियों के खाते में ट्रांसफर करा दिए.
उसने आखिरी बार 25 मई को 4.60 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे. इसके बाद भी उनकी ब्लैकमेलिंग नहीं रुकी तो उसके दोस्तों ने बताया कि वह ब्लैकमेलिंग के जरिए ठगी का शिकार हो रहा है. उसे तुरंत पुलिस की मदद लेनी चाहिए. इस पर पीड़ित शुक्रवार को रेवाड़ी साइबर पुलिस थाना पहुंचा और अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया. पुलिस अब आरोपियों के खातों व मोबाइल नंबरों के जरिए उनकी तलाश में जुटी है.