रेवाड़ी: 'अब मुझे वहां नही जाना, वहां जाने के नाम से ही मुझे डर लगता है, ये लोग दूसरों के साथ ऐसा ना करें, इसलिए इनको सख्त सजा होनी चाहिए और मुझे इंसाफ़ चाहिए'...
जी हां. यह हम नहीं, बल्कि वह पीड़ित युवती कह रही है, जिसकी शादी मात्र 10 दिन पहले यानि 10 फरवरी 2019 को झज्जर जिले के पटौदा गांव निवासी नितिन उर्फ सोनू के साथ हुई थी. पीड़िता के मुताबिक उनका पति किसी बीमारी से ग्रस्त है. यह बात लड़के के परिवार ने लड़की वालों को रिश्ता करते समय नहीं बताई और पूरी तरह बीमारी वाली बात को छिपाए रखा. शादी वाले दिन अचानक दूल्हे बने युवक नितिन को दौरे पड़ गए और वह वहां रखी कुर्सियों को तौड़ने लगा. दूल्हे ने वहां रखी करीब आधा दर्जन से ज्यादा कुर्सियां तौड़ भी डाली.
ऐसे में कहीं ससुराल पक्ष के लोगों की पोल ना खुल जाए, इसलिए दूल्हे की बुआ लड़के को अंदर ले गई और उसे दवा दे दी. दवा देने के कुछ समय बाद ही दूल्हा नॉर्मल हो गया और आनन-फानन में फेरों की रस्म को पूरा कर शादी करवा दी गई. लड़की पक्ष ने नम आंखों के साथ अपनी लाडली को डॉली में बैठाकर ससुराल भेज दिया. ससुराल में समाज के हिसाब से सभी रीति-रिवाज़ किए गए, मगर सुहाग रात वाले दिन पति की तबियत फिर से बिगड़ती देख दूल्हे के छोटे भाई मोनू को दुल्हन के पास भेज दिया गया.
आपको बता दें कि दुल्हन का देवर मोनू 10वीं पास करने के बाद ITI कर रहा है, लेकिन छात्र मोनू ने नई नवेली दुल्हन के सपनों को चकनाचूर करते हुए उसे अपनी हवस का शिकार बनाते हुए देवर-भाभी के रिश्ते को भी कलंकित कर दिया. दुल्हन को पता लगने पर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया. दुल्हन ने जब अपनी सास से पूछा तो उसने भी 'दुल्हन को बोला कि सोनू और मोनू दोनों अब तेरे ही हैं'
जब युवती घर पहुंची तो उन्होंने जाकर सारी आपबीती अपने परिजनों को बताई. अब पीड़िता के परिजनों ने रेवाड़ी के महिला थाना में ससुराल जनों के खिलाफ शिकायत दे दी है. पुलिस भी सभी पहलुओं से जांच कर पीड़िता को इंसाफ दिलाने की बात कर रही है. अब देखना ये होगा कि बेटियों की सुरक्षा का दम भरने वाली हमारी स्मार्ट पुलिस इस बेटी को न्याय दिला पाती है या फिर इस बेटी के अरमान बिखर कर टूट जाएंगे.