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रेवाड़ी में नागरिक अस्पताल में आशा वर्कर्स ने दिया धरना - आशा वर्कर हड़ताल रेवाड़ी

रेवाड़ी में आशा वर्कर्स की हड़ताल जारी है. आशा विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल कर रही हैं.

Asha Worker protest in rewari
Asha Worker protest in rewari
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Published : Aug 16, 2020, 7:43 PM IST

रेवाड़ी: जिले में आशा वर्कर अपनी मांगे मनवाने को लेकर हड़ताल पर डटी हुई हैं. आशा वर्कर मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर आ रही हैं. रेवाड़ी शहर के नागरिक अस्पताल में रविवार को भी आशा वर्करों की हड़ताल जारी रही.

आशा वर्कर यूनियन की राज्य प्रधान प्रवेश देवी ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार ने 2018 में नोटिफिकेशन जारी किया था लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं किया गया है. प्रवेश देवी ने कहा कि अगर सरकार नहीं माने तो वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होगी. उनकी हड़ताल 7 अगस्त से चल रही है.

रेवाड़ी में नागरिक अस्पताल में आशा वर्कर्स ने दिया धरना, देखें वीडियो

आशा वर्कर ने कहा कि डीएनसी, एएनसी, डेथ बर्थ सर्टिफिकेट, हाउसहोल्ड सर्वे, ईसी कपल, बीएच एमसी सर्विस पर 50% इंसेंटिव मिलता था जिसे बंद कर दिया गया है. हमारी मांग है कि सरकार इन 8 सेवाओं पर इंसेंटिव को दोबारा शुरू करे और 2018 में लागू समझौते को तुरंत लागू करे.

  • जुलाई 2018 को हुए समझौते को पूर्णरूप से लागू किया जाए.
  • कोरोना वायरस देखते हुए सभी आशाओं को सुरक्षा के उपकरण मुहैया करवाए जाएं.
  • कोरोना वायरस में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ता दिया जाए.
  • गंभीर रूप से घायल और बीमार आशाओं को स्वास्थ्य पैनल अस्पतालों में इलाज किया जाए.
  • आशाओं को स्थायी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.
  • स्थायी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलने तक सरकारी नियमों के अनुसार न्यूनतम वेतन दिया जाए आदि मांगें शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- पलवल: सड़क पर खड़ी कैंटर को स्विफ्ट कार ने मारी टक्कर, महिला समेत तीन की मौत

रेवाड़ी: जिले में आशा वर्कर अपनी मांगे मनवाने को लेकर हड़ताल पर डटी हुई हैं. आशा वर्कर मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर आ रही हैं. रेवाड़ी शहर के नागरिक अस्पताल में रविवार को भी आशा वर्करों की हड़ताल जारी रही.

आशा वर्कर यूनियन की राज्य प्रधान प्रवेश देवी ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार ने 2018 में नोटिफिकेशन जारी किया था लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं किया गया है. प्रवेश देवी ने कहा कि अगर सरकार नहीं माने तो वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होगी. उनकी हड़ताल 7 अगस्त से चल रही है.

रेवाड़ी में नागरिक अस्पताल में आशा वर्कर्स ने दिया धरना, देखें वीडियो

आशा वर्कर ने कहा कि डीएनसी, एएनसी, डेथ बर्थ सर्टिफिकेट, हाउसहोल्ड सर्वे, ईसी कपल, बीएच एमसी सर्विस पर 50% इंसेंटिव मिलता था जिसे बंद कर दिया गया है. हमारी मांग है कि सरकार इन 8 सेवाओं पर इंसेंटिव को दोबारा शुरू करे और 2018 में लागू समझौते को तुरंत लागू करे.

  • जुलाई 2018 को हुए समझौते को पूर्णरूप से लागू किया जाए.
  • कोरोना वायरस देखते हुए सभी आशाओं को सुरक्षा के उपकरण मुहैया करवाए जाएं.
  • कोरोना वायरस में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ता दिया जाए.
  • गंभीर रूप से घायल और बीमार आशाओं को स्वास्थ्य पैनल अस्पतालों में इलाज किया जाए.
  • आशाओं को स्थायी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.
  • स्थायी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलने तक सरकारी नियमों के अनुसार न्यूनतम वेतन दिया जाए आदि मांगें शामिल हैं.

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