रेवाड़ी: कोसली क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे पर काम करने वाली नाबालिग अविवाहित लड़की द्वारा मरी बच्ची के जन्म देने के बाद उसकी भी मौत हो गई. परिजन लड़की को उस समय अस्पताल लेकर गए, जब उसकी तबीयत बिगड़ गई थी. उसे रेवाड़ी से रोहतक रैफर कर दिया. रोहतक में ही परिजनों को पता चला कि उनकी लड़की गर्भ से है. पुलिस इस मामले में जल्दबाजी नहीं करते हुए जांच में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार यूपी का एक परिवार कोसली क्षेत्र के एक ईंट भट्ठे पर अन्य मजदूरों के साथ पिछले कुछ समय से काम कर रहा था. इस परिवार की 16 साल की नाबालिग लड़की की 25 जनवरी को अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे रेवाड़ी के सरकारी अस्पताल लेकर आए.
वहां लड़की की हालत और बढ़ा हुआ पेट देखकर डाक्टरों ने उसे रोहतक रैफर कर दिया. वहां डाक्टरों ने जांच पड़ताल के बाद परिजनों को बताया कि लड़की साढ़े सात महीने की गर्भवती है. ये सुनकर परिजन हैरत में रह गए. इससे पूर्व वे इस तथ्य से अनभिज्ञ थे.
डाक्टरों ने उन्हें ये भी बताया कि गर्भ में पल रहा बच्चा मर चुका है. लड़की की जान बचाने के लिए डाक्टरों ने तुरंत उसकी डिलवरी करवाई. मरी हुई बच्ची को जन्म देने के बाद नाबालिगा की हालत बिगड़ने लगी. उसे बार-बार दौरे पड़ने लगे. आखिर लड़की ने रोहतक में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. बताया जाता है कि लड़की पिछले 6-7 महीने से अपने जिला बांदा के गांव में रह रही थी. वहीं पर संभवत: किसी ने दुष्कर्म किया. परिजन अभी कुछ बोलने को तैयार दिखाई नहीं दिए.
कोसली थाना प्रभारी जगबीर सिंह ने कहा कि सूचना मिलने पर वे ही रोहतक पहुंच गए थे. मृतका का पोस्टमार्टम कराकर नवजात बच्ची और नाबालिक पीड़ित लड़की का शव परिजनों को सौंप दिया गया है. परिजनों के बयानों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
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