रेवाड़ी: 20 साल पहले 2003 में सार्स वायरस फैला था. दो दर्जन से अधिक देशों में इसके मरीज पाए गए थे. सार्स वायरस से 774 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, लेकिन अब चीन में चमगादड़ के मांस से फैले कोरोना वायरस से मौतों का आंकड़ा हजार की संख्या को पार कर गया है.
अब तक कोरोना वायरस पीड़ित 37,287 मरीज पाए गए हैं. कोरोना से रोकथाम के लिए देश के साथ हरियाणा के रेवाड़ी में भी पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में भी कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए रूम संख्या 11 में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है.
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए इश्तहारों के माध्यम से चीन से लौटे 5 छात्र रेवाड़ी ट्रॉमा सेंटर स्थित आइसोलेशन वार्ड में अपनी जांच के लिए पहुंचे. छात्रों के सेंपल पुणे लैब में भेजे गए हैं. पुणे से जांच रिपोर्ट में सभी छात्र कोरोना वायरस से पीड़ित नहीं पाए गए हैं.
आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ. विजय प्रकाश ने छात्रों को जांच के बाद प्राथमिक इलाज दिया और इसके बाद घर भेज दिया गया है. नोडल अधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि जागरूक बनें और स्वस्थ्य रहें. उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना वायरस को इलाज से नहीं बल्कि बचाव से कंट्रोल किया जा सकता है.