पानीपतः ऐतिहासिक नगरी पानीपत में राजनीति और प्रशासनिक सीटों पर महिलाएं विराजमान हैं. इन महिलाओं के हाथ में पानीपत की बागडोर है. सभी पदों पर आसीन ये महिलाएं नेता और अधिकारी महिलाओं के लिए सशक्तिकरण का उदाहरण बनना चाहती हैं.
पानीपत की उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने बताया कि वो उपायुक्त अपने पद से है इसके साथ साथ वह एक महिला भी हैं. उन्होंने कहा कि महिला होना उनके लिए बड़े गौरव की बात है और वह हर जन्म में महिला बनकर ही पैदा होना चाहती है.
2015 के बैच में आईएएस बनी 27 वर्षीय प्रीति आज पानीपत में एडीसी के पद पर तैनात है. उन्होंने बताया उनका लक्ष्य तीसरी क्लास से ही आईएएस बनने का था और उन्होंने उसे पूरा भी किया. आईएस प्रीति ने बताया इस सफलता के पीछे सिर्फ शिक्षा ही है जो आज वह इस मुकाम पर है और महिलाओं को यही संदेश देती है कि अपने शिक्षा को बढ़ावा दें.
पानीपत में नगर निगम कमिश्नर व एसडीएम के पद पर तैनात वीणा हुडा महिला होकर अपने आप को बड़ा ही गौरवान्वित महसूस करती है. उनकामहिलाओं को संदेश यही है की शिक्षा ही एकमात्र ऐसा साधन है जिससे वह अपने आप को मजबूत कर सकती है. वहीं जिले मेंCTM के पद पर तैनात वसुंधरा का कहना है कि आज वह जो कुछ भी है और जिस भी पद पर तैनात है वह सिर्फ एक महिला के बलबूते और प्रेरणा से है.
आपको बता दें कि सीटीएम वसुंधरा अपने नाम को शशी वसुंधरा लिखती है. वसुंधरा की माता शशी सोनीपत में एसडीएम के पद पर तैनात थी बीमारी के कारण उनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद वसुंधरा अपनी माता से प्रेरित होकर और पब्लिक की सेवा का जज्बा लेकर एचसीएस की परीक्षा पास कर सीटीएम के पद पर पानीपत में तैनात है.
हाल ही में मेयर बनी अवनीत कौर मात्र 24 साल की एक महिला है. वह अपने आप को बड़ा ही सौभाग्यशाली समझती है कि उन्हें महिला अधिकारियों के साथ पानीपत में काम करने का मौका मिला और महिलाओं व लड़कियों के लिए शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना उनकी पहल है. मेयर अवनीत कौर का कहना है की पुरुषों के मुकाबले अगर महिला अधिकारी सामने हो तो वह हर एक समस्या को बड़ी गंभीरता से सुनती और सुलझा लेती है.