पानीपत: 42 सालों से चल रही सब्जी मंडी सील हो गई है और ये मंडी नई अनाज मंडी में शिफ्ट कर दी गई है. लेकिन नई सब्जी मंडी शिफ्ट होने के बाद से रेहड़ी लगाने वाले धरने पर बैठ गए हैं. मासाखोर यूनियन का कहना की अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो यह अनिश्चितकालीन धरना चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि प्रशासन हमें आत्महत्या के लिए मजबूर न करे.
पुरानी सब्जी मंडी में काम करने वाले सभी लोगों धरने पर बैठ गए हैं. मंडी शिफ्ट किए जाने पर लोगों ने कहा कि प्रशासन ने उनका आशियाना छीन लिया है. मंडी प्रधान प्रेम ने कहा कि हमारी छोटी सी मांग है कि नई सब्जी मंडी को थोक और पुरानी सब्जी मंडी को परचून की मंडी बनाई जाए. क्योंकि नई मंडी नेशनल हाईवे के पास होने के कारण वहां आम नागरिक वहां नहीं पहुंच पाएगा. इससे उनकी रोजी रोटी पर असर पड़ेगा.
उन्होंने कहा की अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो ये धरना अनिश्चितकालीन के लिए चलता रहेगा. वहीं मंडी के एक व्यापारी राकेश ने कहा कि किसी से कोई नाराजगी नहीं है. केवल जाम की वजह से ही सब्जी मंडी को वहां शिफ्ट किया है. लेकिन जाम केवल अढ़तियों की वजह से लगता था. रेहड़ी लगाने वाले लोगों ने कहा कि जब से मंडी शिफ्ट हुई है 2 दिन से उन्होंने कोई काम नहीं किया है.
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