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सुषमा स्वराज को याद करते हुए बोले पुराने साथी, 'दिल छू जाती थी उनकी कई बातें' - हरियाणा

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर उनके साथ काम कर चुके बीजेपी कार्यकर्ता और पार्षद हरीश शर्मा ने शोक प्रकट किया है. हरीश शर्मा 1980 से सुषमा स्वराज के संपर्क में थे. हरीश ने बताया कि सुषमा स्वराज उन्हें अपना छोटा भाई मानती थीं.

sushma swaraj
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Published : Aug 8, 2019, 7:03 AM IST

Updated : Aug 8, 2019, 7:57 AM IST

पानीपत: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर पार्षद हरीश शर्मा ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं 1980 से सुषमा जी के संपर्क में था. उनका पानीपत जिले से खास लगाव था. सन 1987 में देवीलाल की सरकार में जब उन्हें फूड सप्लाई मंत्रालय मिला तब भी मैं उनके साथ था. सुषमा स्वराज को याद करते हुए हरीश बताते हैं कि वो जहां भी जाती थीं मैं उनके साथ रहता था.

यहां देखें वीडियो.

सुषमा स्वराज उन्हें अपने छोटे भाई की तरह मानती थीं. हरीश बताते हैं कि 1987 में मंत्री बनने के बाद पूरे काफिले के साथ वह मेरे घर चाय पीने पहुंची थीं. जब भी वो पानीपत आती थीं मेरे घर जरूर जाती थीं. जिनके साथ उनका दिल लग जाता था वह उनको नहीं छोड़ती थीं.

पानीपत: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर पार्षद हरीश शर्मा ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं 1980 से सुषमा जी के संपर्क में था. उनका पानीपत जिले से खास लगाव था. सन 1987 में देवीलाल की सरकार में जब उन्हें फूड सप्लाई मंत्रालय मिला तब भी मैं उनके साथ था. सुषमा स्वराज को याद करते हुए हरीश बताते हैं कि वो जहां भी जाती थीं मैं उनके साथ रहता था.

यहां देखें वीडियो.

सुषमा स्वराज उन्हें अपने छोटे भाई की तरह मानती थीं. हरीश बताते हैं कि 1987 में मंत्री बनने के बाद पूरे काफिले के साथ वह मेरे घर चाय पीने पहुंची थीं. जब भी वो पानीपत आती थीं मेरे घर जरूर जाती थीं. जिनके साथ उनका दिल लग जाता था वह उनको नहीं छोड़ती थीं.

Intro:पानीपत

एंकर/ बाइट - पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का रात बीमारी के चलते निधन हो गया ,जिसके बाद पूरे देश मे शोक की लहर है । वही सुषमा स्वराज का पानीपत जिले के साथ खास लगाव था । पार्षद हरीश शर्मा ने बताया कि वह 1980 में उनके संपर्क में आये थे । सन 1987 में देवीलाल की सरकार में फ़ूड सप्लाई मंत्रालय उनको मिलब जिसके बाद से 38 साल उनके संपर्क में रहे । जहा जहा भी सुषमा जाती थी हरीश शर्मा उनके साथ रहते थे । वह उनकी फैमली मेंबर की तरह से रहते थे सुषमा स्वराज हरीश शर्मा को अपना छोटा भाई मानती थी । जब भी वह पानीपत आती थी हरीश के घर जरूर जाती थी । 1987 में मंत्री बनने के बाद पूरे काफिले के साथ भी वह हरीश शर्मा के घर चाय पीने पहुची थी । जिनके साथ उनका दिल लग जाता था व घनिष्ठ संबंध होता था वह उनको नही छोड़ती थी । हरीश शर्मा ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए उनके चरणों मे नमन किया और कहा कि भगवान उनकी महान आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को इस दुख की घड़ी में सहने की शक्ति प्रदान करे

बाइट- हरीश शर्मा , नगर निगम पार्षद


Body:पानीपत

एंकर/ बाइट - पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का रात बीमारी के चलते निधन हो गया ,जिसके बाद पूरे देश मे शोक की लहर है । वही सुषमा स्वराज का पानीपत जिले के साथ खास लगाव था । पार्षद हरीश शर्मा ने बताया कि वह 1980 में उनके संपर्क में आये थे । सन 1987 में देवीलाल की सरकार में फ़ूड सप्लाई मंत्रालय उनको मिलब जिसके बाद से 38 साल उनके संपर्क में रहे । जहा जहा भी सुषमा जाती थी हरीश शर्मा उनके साथ रहते थे । वह उनकी फैमली मेंबर की तरह से रहते थे सुषमा स्वराज हरीश शर्मा को अपना छोटा भाई मानती थी । जब भी वह पानीपत आती थी हरीश के घर जरूर जाती थी । 1987 में मंत्री बनने के बाद पूरे काफिले के साथ भी वह हरीश शर्मा के घर चाय पीने पहुची थी । जिनके साथ उनका दिल लग जाता था व घनिष्ठ संबंध होता था वह उनको नही छोड़ती थी । हरीश शर्मा ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए उनके चरणों मे नमन किया और कहा कि भगवान उनकी महान आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को इस दुख की घड़ी में सहने की शक्ति प्रदान करे

बाइट- हरीश शर्मा , नगर निगम पार्षद


Conclusion:पानीपत

एंकर/ बाइट - पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का रात बीमारी के चलते निधन हो गया ,जिसके बाद पूरे देश मे शोक की लहर है । वही सुषमा स्वराज का पानीपत जिले के साथ खास लगाव था । पार्षद हरीश शर्मा ने बताया कि वह 1980 में उनके संपर्क में आये थे । सन 1987 में देवीलाल की सरकार में फ़ूड सप्लाई मंत्रालय उनको मिलब जिसके बाद से 38 साल उनके संपर्क में रहे । जहा जहा भी सुषमा जाती थी हरीश शर्मा उनके साथ रहते थे । वह उनकी फैमली मेंबर की तरह से रहते थे सुषमा स्वराज हरीश शर्मा को अपना छोटा भाई मानती थी । जब भी वह पानीपत आती थी हरीश के घर जरूर जाती थी । 1987 में मंत्री बनने के बाद पूरे काफिले के साथ भी वह हरीश शर्मा के घर चाय पीने पहुची थी । जिनके साथ उनका दिल लग जाता था व घनिष्ठ संबंध होता था वह उनको नही छोड़ती थी । हरीश शर्मा ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए उनके चरणों मे नमन किया और कहा कि भगवान उनकी महान आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को इस दुख की घड़ी में सहने की शक्ति प्रदान करे

बाइट- हरीश शर्मा , नगर निगम पार्षद
Last Updated : Aug 8, 2019, 7:57 AM IST
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