पानीपत: पानीपत के इस शख्स द्वारा ट्रेंड किए गए बच्चे बड़े-बड़े टीवी चैनल के रियलिटी शो में हिस्सा ले चुके हैं और कई बॉलीवुड एक्ट्रेस भी इस कोरियोग्राफर के सामने नतमस्तक हो चुकी हैं. पानीपत के दिव्यांग कोरियोग्राफर राधे की मेहनत और लगन ही है जिसकी बदौलत आज बॉलीवुड से लेकर प्रधानमंत्री तक ने राधे (handicapped choreographer radhey) के काम को सराहा है.
पानीपत के 25 साल के युवक राधे बचपन से ही दोनों पैरों से अपाहिज हैं. राधे ने करीब 7 साल पहले डांस सीखना शुरू किया था. उसके बाद राधे ने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लिया, लेकिन मन में कुछ बड़ा करने की जिद थी. जिसके चलते राधे ने अपने ही घर में बच्चों को डांस के गुर सिखाना शुरू कर दिया. सोनी टीवी पर चलने वाले रियलिटी शो में जब राधे द्वारा ट्रेंड की गई लड़की वैष्णवी ने डांस किया और शो के फाइनल तक पहुंची तो राधे की पहचान और बनती चली गई.
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टीवी शो पर जब वैष्णवी के गुरु को बुलाया गया था तो उस समय सुपर डांसर की जज गीता और शिल्पा शेट्टी राधे को देखकर हैरान रह गई थी. कोरियोग्राफर राधे ने बताया कि उनके पास एक समय में दो एकेडमी चलती थी. लॉकडाउन से पहले उनके पास करीब 700 बच्चे अलग-अलग बैच में डांस सीखने के लिए आते थे. अभी फिलहाल राधे 25 बच्चों को डांस सिखा रहे हैं. उनके द्वारा सिखाए हुए बच्चों का रियलिटी शो में सेलेक्शन भी हो चुका है.
इसके अलावा राधे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भी अपने डांस की प्रतिभा को दिखा चुके है. राधे के डांस और साहस को देखते हुए सरकार द्वारा कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है. जब राधे से पूछा गया कि दिव्यांग होने के बाद भी बच्चे को सिखाने में परेशानी आती होगी तो उन्होंने बताया कि पहले तो बच्चों को समझने में बहुत मुश्किल होती है. क्योंकि पैर के स्टेप भी राधे हाथ से ही सिखाते हैं और हाथों के स्टेप भी हाथों से, ऐसे में राधे को डबल मेहनत करनी पड़ती है.
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राधे ने बताया कि उनका सपना विश्व स्तर पर डांस कंपीटीशन जीतना और अपने द्वारा ट्रेंड बच्चों को एक अलग पहचान दिलाना है. साथ ही राधे ने अपने जैसे दिव्यांग साथियों को संदेश देते हुए कहा कि अपनी दिव्यांगता को अपनी कमजोरी ना बनने दें. मन से विकलांगता को दूर कर कुछ अलग करने की मन में ठान लें और मेहनत करें तो जल्द ही आपको अपनी मंजिल मिल जाएगी.
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