पानीपत: हरियाणा के पानीपत में एक रेप पीड़ित महिला का उसके 9 महीने के बेटे समेत अपहरण कर लिया गया. अपहरण का आरोप पीड़िता के देवर समेत ससुरालजनों पर लगा है. किडनैप हुई महिला ने 2 महीने पहले कैंप थाना पानीपत में अपने देवर के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया था. केस में यह भी बताया गया था कि उक्त बच्चा देवर का ही है. अब इस मामले में महिला के मायके वालों ने बेटी और उसके बच्चे का अपहरण करने का आरोप भी उसके ससुराल वालों पर लगाया है. परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी का अपहरण मायके से ही हुआ है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 के तहत केस दर्ज कर लिया है.
पुलिस को दी शिकायत में कैंप थाना क्षेत्र के एक कॉलोनी की रहने वाली महिला ने बताया कि उसकी बेटी 9 जुलाई की शाम साढ़े 4 बजे से लापता है. उसे शक है कि बेटी का अपहरण उसके ससुरालवालों ने किया है. बेटी के साथ उसका 9 महीने का बेटा भी अपहरण कर लिया गया है. महिला ने आरोप लगाया कि घर से कुछ रुपये भी गायब है. यह घटना उनके निर्माणाधीन मकान की है. पीड़ित महिला की मौसी यूपी पुलिस में तैनात है. कार्रवाई न होने के चलते वह सोमवार को पानीपत पहुंची. यहां उसने तहसील कैंप थाना पुलिस से अपना परिचय दिया. आरोप है कि परिचय देने के बाद भी पानीपत पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की.
क्या है पूरा मामला- बीते 11 मई को पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित ने बताया था कि उसकी शादी फरवरी 2020 में हुई थी. शादी के बाद से ही उसके देवर ने उस पर गंदी नजरें जमाई. उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया. वह बार-बार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा. इस बारे में जब हिम्मत कर उसने अपने ससुरालवालों को बताया तो उन्होंने भी आरोपी का ही पक्ष लिया. उन्होंने कहा कि यहां रहना है तो ये सब सहन करना ही पड़ेगा. आरोपियों ने इस बारे में कहीं भी बताने पर परिवार को जान से मरवाने की धमकियां दी.
पीड़िता ने शिकायत में यह भी कहा है कि जब उसने इस बात की जानकारी अपने पति को दी तो उसने भी सभी के बीच उससे मारपीट की. इस सबसे आरोपी देवर के हौसले और बुलंद हो गए और वह बार-बार दुष्कर्म करता है जिससे पीड़िता गर्भवती हो गई. पीड़िता ने इस बारे में सास और ससुर को बताया तो उन्होंने कहा कि बच्चा देवर का हो या पति का, क्या फर्क पड़ता है. दोनों भाई ही हैं. महिला को देवर से लड़का पैदा हुआ जिसका वह डीएनए जांच तक करवाने को तैयार है. ससुर ने भी गंदी नजरें जमाई और छेड़छाड़ करने लगा. इस सबसे महिला सदमे में आ गई और वह ससुराल छोड़कर मायके आ गई और आरोपियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज करवाया.
मारपीट से शुरू हुआ था मामला- महिला की मां ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि ये मामला मारपीट से शुरू हुआ था. उस दौरान थाने में मामला पहुंचते ही थानाधिकारी ने दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था. इसके बाद 15 दिन बीत गए लेकिन उसके बेटी के ससुराल वाले उसे लेने नहीं आए. इसके बाद बाद हम लोग अपने वकील के पास गए. वकील ने जब बेटी के ससुराल वालों से पूछा कि उसे अब तक क्यों नहीं ले गए तो उन लोगों ने कहा कि बच्चे की तबीयत खराब है.
पीड़िता की मां ने बताया कि इसके बाद मैने बेटे के साथ अपनी बेटी को उसके ससुराल भेज दिया. ससुराल पहुचने पर वो दो चार दिन तक तो हॉस्पिटल में रही. इस दौरान कुछ नहीं हुआ. जब वह उन लोगों के साथ ससुराल पहुंची तो उसके देवर ने उसके साथ गलत काम को अंजाम दिया. यही नहीं बेटी के देवर ने उसके साथ मारपीट भी की. इस घटना से वो इतनी डर गई कि वो अपने ससुराल के सामने वाले घर में जा छिपी. यहां से उसने 112 पर फोन कर पुलिस को इस बात की जानकारी दी. मामले की जानकारी पाकर पहुंची पुलिस उसकी बेटी और उसके देवर को किला पुलिस स्टेशन ले गई. यहां पुलिस वालों ने शिकायत का अप्लीकेशन लिखवाकर बेटी को भेज दिया.
महिला की मां ने बताया कि किला पुलिस स्टेशन से छूटने के बाद उसकी बेटी सीधे मायके आ गई. यहां उसने कैंप थाने में देवर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया. काफी दिन बीत जाने के बाद जब वो पुलिस से यह पूछने पहुंची कि मामले में आरोपी को अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया है तो महिला थानाधिकारी ने उनके साथ बदसलूकी करते हुए उससे कहा कि ज्यादा तेजी दिखाओगी तो तुम्हारी सारी फाइल इक्कठी कर आग लगा दूंगी.