पानीपत: एक तरफ नेता संसद भवन में झाड़ू लगा कर देश को स्वच्छता का संदेश देते हैं. वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही है. पानीपत की इंदिरा कॉलोनी में बच्चों को रोजाना जहरीले पानी से होकर गुजरना पड़ता है. इंदिरा कॉलोनी की गली में गंदा सड़ा पानी भरा हुआ है. इसी गंदे पानी से होकर बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं. कई बार बच्चों के पानी में गिरने से चोट भी लग चुकी है. बच्चों के चप्पल, जूते भी पानी में रह जाते हैं. कॉलोनीवासी और स्कूल के अध्यापक कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है.
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कॉलोनी के हालात बदतर
हैरत वाली बात ये है कि फैक्ट्रियों से केमिकल युक्त पानी छोड़ा जाता है जो सड़कों पर इकठ्ठा होकर लोगों के घरों तक पहुंच जाता है. इंदिरा कॉलोनी से आस-पास की कई कॉलोनियों का रास्ता जाता है, लेकिन कॉलोनी के हालात बदतर है. कॉलोनी वासियों ने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बाद उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं उनकी समस्या का किसी ने भी समाधान नहीं किया. सिर्फ चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं.
बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी परेशान
सड़कों पर पानी इतना भरा रहता है कि बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी को इस गंदे पानी से निकल कर जाना पड़ता है. केमिकल का पानी होने के कारण लोगों को बीमारियां फैलने का खतरा हर समय बना रहता है. गंदे पानी से लोगों को खुजली, एलर्जी हो रही है.
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अध्यापकों का कहना है कि गंदे पानी के कारण बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्कूल का मुख्य रास्ता है इसके सामने पानी भरा रहता है या फिर 2 से 3 किलोमीटर पैदल घूम कर आना पड़ता है. बहुत बार शिकायत कर चुके है लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
क्या बोलीं मेयर?
वहीं पानीपत नगर निगम मेयर अवनीत कौर का कहना है कि ये कॉलोनी अवैध थी, अभी थोड़े दिन पहले ही यह कॉलोनी वैध हुई है. सीवर डालने का काम चल रहा है. जल्दी बाहरी कॉलोनियों में शिविर लाइन डलवा दी जाएगी. मेयर ने जल्द समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया है.