पानीपत: लघु सचिवालय परिसर में कानूनगो और पटवारियों की हड़ताल (patwaris strike in panipat) लगातार जारी है. कानूनगो और पटवारी अपनी मांगों को लेकर लघु सचिवालय में धरने पर बैठे हैं. जिसकी वजह से पटवारियों के धरने के चलते पटवारखानों पर ताले लटके रहे. जिससे रजिस्ट्री सहित अन्य कार्य करवाने पहुंचे लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा. तहसील में आए लोगों का कहना है कि सरकार और पटवारियों के बीच की खींचतान में आम जनता का नुकसान हो रहा है.
लोगों के मुताबिक वो लघु सचिवालय (panipat mini secretariat) की तहसील में अपने कार्य को लेकर पिछले 10 दिनों से लगातार चक्कर काट रहे हैं. परंतु पटवारियों की हड़ताल के कारण उनकी तहसील में कार्य नहीं हो रहे. तहसील कार्यालय में जमाबंदी निकलवाने आए राकेश ने बताया कि वो अपने भाई की जमानत के लिए 5 दिन से चक्कर काट रहा है और जमीन की जमाबंदी पर पटवारी के हस्ताक्षर नहीं हो रहे.
जिसके चलते उसके भाई की जेल से जमानत भी नहीं हो पाई है. इतना ही नहीं स्कूली बच्चों को रिहायशी प्रमाण पत्र बनवाने में भी पटवारी के हस्ताक्षर की जरूरत पड़ रही है. वो भी कार्य अधर में लटके हुए हैं. साथ ही जमीन पर लोन लेने वाले लोगों की संख्या लगातार तहसील में बढ़ रही है. पर लोग कार्य ना होने के चलते इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं.
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क्या हैं पटवारियों की मांग? (what are patwaris demands): आपको बता दें कि कानूनगो व पटवारी लंबे समय से पे-ग्रेड बढ़ाने, कानूनगो के सर्कल बढ़ाने और रिक्त पड़ी सीटों को भरने के लिए पटवारी की भर्तियां निकालने की मांग कर रहे हैं. जिले के करीब 72 कानूनगो व पटवारी कार्य का बहिष्कार कर धरने पर हैं. उन्होंने सरकार से सभी मांगों का जल्द पूरा करने की मांग की. कानूनगो व पटवारियों के धरने के चलते रजिस्ट्ररी, फर्द के कार्य, कोर्ट में जमानत लेने का काम, लोन सहित अन्य जरूरी कार्य प्रभावित हैं.