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पानीपत सब्जी मंडी शिफ्ट होने से माशाखोर नाराज, सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु की इजाजत - पानीपत माशाखोर मंडी शिफ्ट प्रदर्शन

पानीपत नई सब्जी मंडी को नई जगह ले जाने के कारण पुरानी मंडी में बैठे फुटकर सब्जी विक्रेताओं पर बेरोजगारी की नौबत आ गई है. माशाखोरों का कहना है कि अगर सरकार समाधान नहीं कर सकती तो हमें वो इच्छा मृत्यु की इजाजत दें.

panipat vegetable retailers agitation
पानीपत सब्जी मंडी शिफ्ट होने से माशाखोर नाराज, सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु की इजाजत
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Published : Dec 4, 2020, 5:23 PM IST

पानीपतः सनौली रोड सब्जी मंडी को परचून सब्जी मंडी बनाने की मांग को लेकर फड़ी माशाखोर एकता समिति का धरना लगातार 19 वें दिन भी जारी रहा. वहीं, शहर के पार्षदों ने भी लिखित में माशाखोरों को अपना समर्थन दिया लेकिन उसके बाद भी मांगों का प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया. अब माशाखोरों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो वो बेरोजगारी से तंग आकर सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे.

पानीपत नई सब्जी मंडी को नई जगह ले जाने के कारण पुरानी मंडी में बैठे फुटकर सब्जी विक्रेताओं मैं बेरोजगारी की नौबत आ गई है. नई सब्जी मंडी शहर से काफी दूर होने और जीटी रोड पार कर बनी होने के कारण वहां पर शहर का फुटकर खरीददार नहीं पहुंचता. इसलिए पुरानी मंडी में बैठे हैं लगभग 800 माशाखोर बेरोजगार हो गए हैं और उनका घर चलाना मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ेंः फतेहाबाद: किसान आंदोलन के समर्थन में सड़कों पर उतरे कर्मचारी

घर चलाना हुआ मुश्किल

पुरानी सब्जी मंडी में बैठे माशाखोर चाहते हैं उन्हें पुरानी सब्जी मंडी के शर्ट के नीचे जगह लौटकर रोजगार करने दिया जाए ताकि शहर के लोगों उनके नजदीक से ही सब्जियां मिल सके. साथ ही उन्हें अपना जीवन यापन का दोबारा साधन मिल सके. जिसको लेकर करीब 19 दिनों से माशाखोर सनौली रोड सांसद संजय भाटिया के दफ्तर के सामने धरने पर बैठे हुए हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं.

'इच्छा मृत्यु की इजाजत दे सरकार'

प्रदर्शन कर रहे माशाखोरों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर वो सांसद और विधायक को गुहार लगा चुके लेकिन कोई समाधान अभी तक नहीं हुआ. बेरोजगार होने पर बच्चों का पालन पोषण कैसे करें भूखों मरने की नौबत आ गई है. प्रदर्शन पर बैठे माशाखोरों का कहना है कि अगर सरकार समाधान नहीं कर सकती तो हमें वो इच्छा मृत्यु की इजाजत दें.

पानीपतः सनौली रोड सब्जी मंडी को परचून सब्जी मंडी बनाने की मांग को लेकर फड़ी माशाखोर एकता समिति का धरना लगातार 19 वें दिन भी जारी रहा. वहीं, शहर के पार्षदों ने भी लिखित में माशाखोरों को अपना समर्थन दिया लेकिन उसके बाद भी मांगों का प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया. अब माशाखोरों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो वो बेरोजगारी से तंग आकर सरकार से इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे.

पानीपत नई सब्जी मंडी को नई जगह ले जाने के कारण पुरानी मंडी में बैठे फुटकर सब्जी विक्रेताओं मैं बेरोजगारी की नौबत आ गई है. नई सब्जी मंडी शहर से काफी दूर होने और जीटी रोड पार कर बनी होने के कारण वहां पर शहर का फुटकर खरीददार नहीं पहुंचता. इसलिए पुरानी मंडी में बैठे हैं लगभग 800 माशाखोर बेरोजगार हो गए हैं और उनका घर चलाना मुश्किल हो गया है.

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घर चलाना हुआ मुश्किल

पुरानी सब्जी मंडी में बैठे माशाखोर चाहते हैं उन्हें पुरानी सब्जी मंडी के शर्ट के नीचे जगह लौटकर रोजगार करने दिया जाए ताकि शहर के लोगों उनके नजदीक से ही सब्जियां मिल सके. साथ ही उन्हें अपना जीवन यापन का दोबारा साधन मिल सके. जिसको लेकर करीब 19 दिनों से माशाखोर सनौली रोड सांसद संजय भाटिया के दफ्तर के सामने धरने पर बैठे हुए हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं.

'इच्छा मृत्यु की इजाजत दे सरकार'

प्रदर्शन कर रहे माशाखोरों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर वो सांसद और विधायक को गुहार लगा चुके लेकिन कोई समाधान अभी तक नहीं हुआ. बेरोजगार होने पर बच्चों का पालन पोषण कैसे करें भूखों मरने की नौबत आ गई है. प्रदर्शन पर बैठे माशाखोरों का कहना है कि अगर सरकार समाधान नहीं कर सकती तो हमें वो इच्छा मृत्यु की इजाजत दें.

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