पानीपत: शहर में एक और घोटाला सामने आया है. इसका खुलासा आरटीआई कार्यर्ता पीपी कपूर ने की है. उन्होंने बताया कि पानीपत और सोनीपत नगर निगम ने कागजों में ठेका जेबीएम को दिया है, जबकि काम और वसूली कॉन्सुलेशन कम्पनी कर रही है. उन्होंने सरकार से तत्काल ठेका रद्द करने की मांग की है.
आरटीआई कार्यकर्ता ने जेबीएम पर लगाए घोटाले के आरोप
पीपी कपूर ने पानीपत नगर निगम मेयर और सोनीपत के नगर निगम कमिश्नर से इस मामले में जवाब मांगा है. आरटीआई से करोड़ों रुपये के कूड़ा घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने आरोप लगाया कि नगर निगम सोनीपत और पानीपत क्लस्टर के तहत ठोस कूड़ा प्रबंधन ठेका जेबीएम कंपनी को सितंबर 2017 में दिया था.
अधिकारियों पर लगाए मिलीभगत करने का आरोप
उन्होंने कहा कि जेबीएम ने आगे ये कार्य पूजा कॉन्सुलेशन कम्पनी को दे रखा है. पीपी कपूर ने इसे घोटाला बताते हुए अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है और जेबीएम को दिया ठेका तत्काल रद्द करने की मांग की है. कपूर ने बताया कि जेबीएम कम्पनी द्वारा पूजा कॉन्सुलेशन कम्पनी को ठेका सबलेट करने का सबूत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के एवज में सोनीपत क्लस्टर की जनता से प्रति महीने काटी गई रसीदें हैं.
इन रसीदों पर जेबीएम कम्पनी के साथ साथ मोटे अक्षरों में पूजा कॉन्सुलेशन कम्पनी लिखा है. इतना ही नहीं पब्लिक को डराने के लिए कम्पनी ने इन रसीदों पर चेतावनी भी लिखी है कि अगर ये मासिक शुल्क राशि न दी तो आयुक्त महोदय के आदेशों से कानूनी करवाई भी हो सकती है. कपूर ने कहा कि पानीपत की मेयर अवनीत कौर व नगर निगम पानीपत, सोनीपत के कमिश्नर बताए कि ये घपला कैसे चल रहा है.
गौरतलब है कि कपूर ने पिछले दिनों आरटीआई से खुलासा कर ठोस कूड़ा प्रबंधन प्रोजेक्ट में करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया था. नगर निगम द्वारा 4 जुलाई 2019 को हाउस मीटिंग में जेबीएम कम्पनी का ठेका रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया था. जो आरटीआई से पता चला कि ये प्रस्ताव न तो सरकार को भेजा और न ही मेयर ने इसकी पैरवी की.
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कपूर की शिकायत पर डीसी के आदेश पर एडीसी मनोज कुमार कूड़ा घोटाले की 21 अक्टूबर को जांच करेंगे. इसके लिए एडीसी ने कमिश्नर को पत्र व शिकायत भेज कर रिपोर्ट मांगी है व निगम अधिकारियों को भी तलब किया है.