पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले की प्रोटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता (Panipat Protection Officer Rajani Gupta) और एसपी शशांक कुमार आनंद के बीच रार की खबरें चर्चा में है. गुरुवार को प्रोटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता ने अपने दफ्तार पर ताला लगाकार कोर्ट की ओर रुख कर लिया. जिससे वहां मदद मांगने आए लोगों को काफी परेशानियां हुई.
बताया जा रहा है कि रजनी गुप्ता ने स्टाफ और गाड़ी की कमी के चलते ये कदम उठाया है. रजनी गुप्ता का आरोप है कि पानीपत एसपी शशांक कुमार सावन ने अज्ञात कारणों के चलते पहले पुलिस सुरक्षा, फिर स्टॉफ और उसके बाद सरकारी गाड़ी वापस ले ली. इस बाद से रजनी गुप्ता पानीपत एसपी शशांश आनंद से नाराज हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रोटेक्शन ऑफिसर रजनी गुप्ता को महिला थाने में ही एक ऑफिस मुहैया कराया है, थाने में जगह कम होने के चलते एसपी शशांक कुमार आनंद ने रजनी गुप्ता के ऑफिस को पुलिस लाइन में शिफ्ट करने की बात कही थी. ऑफिस शिफ्ट करने की बात को रजनी गुप्ता ने नकार दिया था कि वह ऑफिस पुलिस लाइन में शिफ्ट नहीं करेगी. उसके बाद से ही एसपी शशांक कुमार आनंद गाड़ी और फिर स्टाफ वापिस ले लिया.
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जानकारी के मुताबिक रजनी गुप्ता इस बारे में कई बार पुलिस अधीक्षक को लिखित में भी दे चुकी हैं, लेकिन पुलिस अधीक्षक की तरफ से कोई जवाब नहीं आया, जिसके बाद से रजनी गुप्ता के कार्यालय का काम पूरी तरह बाधित हो गया है. इसी क्रम में गुरुवार को भी प्रोटेक्शन ऑफिसर के कार्यालय में बाल विवाह से संबंधित तीन केस आए हुए थे, जिनमें एक केस नया और दो पुराने थे. लोगों की काफी भीड़ आई थी. ऐसे में स्टाफ नहीं होने की वजह वह सभी लोगों की बातें नहीं सुन सकी.
इतना ही नहीं, जब वे किशोरी को कोर्ट में पेश करने गई तो उन्हें मजबूरन अपने कार्यालय पर ताला लगाना पड़ा. उनके इंतजार में कार्यालय के बाहर लोग खड़े रहे. इस मामले में रजनी गुप्ता का कहना है कि वे अब पूरी तरह पुलिस पर आधारित हो गई हैं. जिससे उनका काम शत प्रतिशत बाधित हो रहा है.
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