पानीपत: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि के क्षेत्र में तीन अध्यादेश का मामला अभी तक थमा नहीं हुआ है. इस अध्यादेश के खिलाफ कुरुक्षेत्र में पीपली इलाके में "किसान बचाओ मंडी बचाओ" रैली हो रही है. पिपली में आयोजित हो रही किसान रैली के लिए प्रदेशभर में किसानों को रोका जा रहा है.
इस रैली में शामिल होने जा रहे पानीपत के किसानों और आढ़तियों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया. ये किसान और आढ़ती पिपली में सरकार के खिलाफ आयोजित रैली में हिस्सा लेने जा रहे थे. किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा तीन अध्यदेश पारित किए हैं जो कि किसान व आढ़तियों के खिलाफ है.
किसानों बढ़ती भागीदारी को देखते हुए पानीपत अनाज मंडी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. रोके जाने पर आढ़ती एसोसिएशन और किसानों ने रोष जताया है. धर्मवीर मलिक ने कहा अध्यादेश लाते समय सरकार को नजर कोरोना नहीं आया. अब रैली में उनको कोरोना नजर आ रहा है.
बता दें कि भारतीय किसान यूनियन और 17 अन्य संगठनों के ने कुरुक्षेत्र के पिपली में 'किसान बचाओ मंडी बचाओ' रैली करने का ऐलान किया था. किसानों का काफिला पिपली रैली के लिए पानीपत से रवाना हुआ था, जिन्हे रास्ते में ही पुलिस ने रोक दिया और रैली तरफ जाने नहीं दिया. इस पर किसानों का रोष काफी बढ़ गया है.
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रोके जाने पर किसानों ने कहा कि सरकार किसान और व्यापारियों के साथ गलत व्यवहार कर रही है. किसान और व्यापारी नेताओं का कहना था कि सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशो के खिलाफ किसान और व्यापारी प्रदेश स्तरीय रैली कर रहे हैं. अब सरकार किसान और व्यापारी दोनों की आवाज को दबाने का काम कर रही है जिसे वह हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे.