पानीपत: 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट 2020-21 पेश करेंगी. केंद्रीय बजट को लेकर मोदी सरकार पार्ट-2 से हर वर्ग को बड़ी उम्मीद है. साल 2019 व्यापार जगत के लिए कुछ खास नहीं रहा. वहीं साल 2019 में देश भारी मंदी के चपेट में रहा. इसी को लेकर ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने पानीपत के व्यापारियों से बात की कि आखिर वो इस बजट से क्या उम्मीद लगाए बैठे हैं.
'सरकार छोटे व्यापारियों के लिए रूपरेखा तैयार करे'
पानीपत के व्यापारियों का कहना है कि उन्हें सरकार से काफी उम्मीद है. सरकार छोटे व्यापारी को में ध्यान रखे और सभी के लिए टैक्स में कमी लाए. व्यापारियों ने कहा कि छोटे व्यापारियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार नई रूपरेखा तैयार करे.
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व्यापारी चाहते हैं टैक्स स्लैब में कमी
उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स में 5 लाख से 6 लाख तक के व्यापारी को 5 लाख टैक्स फ्री किया जाता है, जबकि जो मध्यम वर्ग के व्यापारी हैं. 10 लाख रुपये में मात्र ढाई लाख रुपये की छूट दी जाती है. उनका कहना है कि वन नेशन वन टैक्स जो सरकार का नारा है, सरकार उसको लागू करे और जो मंझले व्यापारी हैं, उनको बढ़ावा देने के लिए टैक्स में कमी की जाए.
GST के सरलीकरण की फिर उठी मांग
इसके साथ ही पानीपत के व्यापारी वर्ग ने जीएसटी (GST) में सुविधाओं की मांग की है. व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी में अभी कई चीजें हैं, जिसे आम व्यापारी के लिए समझना मुश्किल होता है. उनकी मांग है कि सरकार जीएसटी से सरलीकरण को लेकर ध्यान दे. व्यापारियों ने कहा कि छोटे से छोटे और बड़े से बड़े व्यापारियों को इनकी पहुंच में रखा जाए.
'रिसाइक्लिंग पर ध्यान दे सरकार'
वहीं व्यापारी वर्ग ने बिजली की दरों में भी कमी लाने की बात कही. उन्होंने ये भी कहा कि बिजली की दरों में भी कई तरह की अड़चने मौजूद हैं. वहीं व्यापारियों ने बताया कि पानीपत में रिसाइक्लिंग का काम सबसे ज्यादा है, सरकार को चाहिए कि इसको और बढ़ावा दिया जाए और इसका जो टैक्स है उसमें कमी की जाए.