पानीपत: त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश की सीमा के पास हुए उग्रवादी हमले (Tripura NLFT Militant Attack) में पानीपत के अहर गांव के रहने वाले 56 वर्षीय भुरू सिंह (panipat bsf jawan bharu singh) वीरगति को प्राप्त हो गए. जिनका गुरुवार को पानीपत में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि शहीद भारू सिंह बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे.
जैसे ही आज भुरू सिंह का पार्थिव शरीर उनकी पैतृक गांव अहर पहुंचा तो जिले और आसपास के गांव के लोगों ने भुरू सिंह अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए. अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए और राजकीय सम्मान के साथ शहीद भुरू सिंह का अंतिम संस्कार (Haryana BSF Jawan Bharu Singh Cremation) किया गया.
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बता दें कि मंगलवार की सुबह भुरू सिंह ड्यूटी के दौरान गश्त पर निकले थे. इस दौरान घात लगाकर बैठे उग्रवादियों ने उन पर और उनके साथी पर हमला कर दिया, जिसमें भुरू सिंह सहित दो बीएसएफ जवान शहीद हो गए. यही नहीं हमला करने के बाद उग्रवादी जवानों के दो हथियार भी अपने साथ ले गए.
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भुरू सिंह खेंची बीएसएफ में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) थे. भुरू के छोटे बेटे सुमित भी बीएसएफ कश्मीर में सब इंस्पेक्टर हैं. सुमित की पत्नी प्रियंकल खेंची भी बीएसएफ पंजाब में सब इंस्पेक्टर हैं. बड़ा बेटा रविंद्र निजी कंपनी में काम करता है, जबकि भारू सिंह की पत्नी का निधन हो चुका है. उनके बड़े बेटे रविंद्र ने बताया कि पांच दिन पहले उनसे फोन पर बात हुई थी. वो प्रमोशन के लिए प्रशिक्षण पर जाने वाले थे. उससे पहले गांव आने की बात कह रहे थे, लेकिन इससे पहले ही उग्रवादियों ने उनपर हमला कर दिया.