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नीरज चोपड़ा से ओलंपिक में पदक की उम्मीद, परिवार से जानिए उनकी कहानी

देश के युवा जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 2016 में अंडर 20 रिकॉर्ड के साथ चैंपियनशिप का खिताब जीता. 2018 में कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक, 27 अगस्त 2018 को एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है. नीरज 25 सितंबर 2018 को अर्जुन अवॉर्ड से सुशोभित हो चुके हैं.

panipat athletes neeraj chopra
देश के लिए गोल्ड लाने को तैयार नीरज चोपड़ा
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Published : Jan 30, 2020, 7:42 PM IST

Updated : Jan 30, 2020, 8:20 PM IST

पानीपत: खंडरा गांव आज पूरे विश्व के मानचित्र पर दिखने लगा है. इसी गांव के जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक क्वालीफाई कर देश, प्रदेश और अपने गांव का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है. पूरे परिवार को विश्वास है कि नीरज चोपड़ा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डालेगा.

क्लिक कर देखें रिपोर्ट

कोहनी में चोट लगने के बाद निराश हुए नीरज चोपड़ा ने कड़ी मेहनत और लगन से ओलंपिक क्वालीफाई किया है. साल 2019 में नीरज ने कोहनी का ऑपरेशन करवाया था. ऑपरेशन के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत की. जिसका फल उन्हें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके मिला है.

नीरज के नाम हैं कई खिताब
देश के युवा जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 2016 में अंडर 20 रिकॉर्ड के साथ चैंपियनशिप का खिताब जीता, 2018 में कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक, 27 अगस्त 2018 को एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है. नीरज 25 सितंबर 2018 को अर्जुन अवॉर्ड से सुशोभित हो चुके हैं.

साउथ अफ्रीका में 87.86 जैवलिन थ्रो कर जीता गोल्ड
बता दें कि गांव खंडरा के निवासी नीरज चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका में 87.86 जैवलिन थ्रो कर गोल्ड मेडल जीतकर कर ओलंपिक क्वालीफाई किया है. नीरज के क्वालीफाई करने के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल देखने को मिला. परिजनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाकर बधाई दी.
नीरज चोपड़ा के चाचा भीम ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बावजूद 2019 में नीरज ने ऑपरेशन करवाया और बेंगलुरु में लगातार अभ्यास और कड़ी मेहनत की. हमें बड़ी खुशी है उसकी मेहनत रंग लाई हैं.

ये भी पढ़िए: सुनिए आम बजट 2020 से गुरुग्राम के नौकरीपेशा लोगों की क्या है उम्मीद

भारत के लिए ओलंपिक जीतना है सपना

वहीं पिता सतीश ने भी बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि नीरज का अगला लक्ष्य ओलंपिक मेडल जीतना है. वहीं नीरज चोपड़ा की बहन संगीता और नेहा ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बाद भैया निराश हो गए थे, क्योंकि थोड़े समय के लिए खेल छोड़ना पड़ा थ।. उन्होंने बताया कि नीरज का सपना है कि वो ओलंपिक में मेडल जीते.

पानीपत: खंडरा गांव आज पूरे विश्व के मानचित्र पर दिखने लगा है. इसी गांव के जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक क्वालीफाई कर देश, प्रदेश और अपने गांव का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है. पूरे परिवार को विश्वास है कि नीरज चोपड़ा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डालेगा.

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कोहनी में चोट लगने के बाद निराश हुए नीरज चोपड़ा ने कड़ी मेहनत और लगन से ओलंपिक क्वालीफाई किया है. साल 2019 में नीरज ने कोहनी का ऑपरेशन करवाया था. ऑपरेशन के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत की. जिसका फल उन्हें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके मिला है.

नीरज के नाम हैं कई खिताब
देश के युवा जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 2016 में अंडर 20 रिकॉर्ड के साथ चैंपियनशिप का खिताब जीता, 2018 में कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक, 27 अगस्त 2018 को एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है. नीरज 25 सितंबर 2018 को अर्जुन अवॉर्ड से सुशोभित हो चुके हैं.

साउथ अफ्रीका में 87.86 जैवलिन थ्रो कर जीता गोल्ड
बता दें कि गांव खंडरा के निवासी नीरज चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका में 87.86 जैवलिन थ्रो कर गोल्ड मेडल जीतकर कर ओलंपिक क्वालीफाई किया है. नीरज के क्वालीफाई करने के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल देखने को मिला. परिजनों ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाकर बधाई दी.
नीरज चोपड़ा के चाचा भीम ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बावजूद 2019 में नीरज ने ऑपरेशन करवाया और बेंगलुरु में लगातार अभ्यास और कड़ी मेहनत की. हमें बड़ी खुशी है उसकी मेहनत रंग लाई हैं.

ये भी पढ़िए: सुनिए आम बजट 2020 से गुरुग्राम के नौकरीपेशा लोगों की क्या है उम्मीद

भारत के लिए ओलंपिक जीतना है सपना

वहीं पिता सतीश ने भी बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि नीरज का अगला लक्ष्य ओलंपिक मेडल जीतना है. वहीं नीरज चोपड़ा की बहन संगीता और नेहा ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बाद भैया निराश हो गए थे, क्योंकि थोड़े समय के लिए खेल छोड़ना पड़ा थ।. उन्होंने बताया कि नीरज का सपना है कि वो ओलंपिक में मेडल जीते.

Intro:
एंकर -गांव खंडरा आबादी लगभग 3000 ,आज पूरे विश्व के मानचित्र पर दिखने लगा है ।इसी गांव के जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक क्वालीफाई कर देश प्रदेश व अपने गांव का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया है। पूरे परिवार को विश्वास है कि नीरज चोपड़ा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश की झोली में डालेगा । कोहनी में चोट लगने के बाद निराश हुए नीरज चोपड़ा ने कड़ी मेहनत और लगन से ओलंपिक क्वालीफाई किया। 2019 में कोहनी का ऑपरेशन करवाया था ऑपरेशन और कड़ी मेहनत कर ओलंपिक किया क्वालीफाई । दक्षिण अफ्रीका में कर रहा तैयारी ,


Body:वीओ -- देश के युवा जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 2016 में अंडर 20 रिकॉर्ड के साथ चैंपियनशिप का खिताब, 2018 में कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक 27 अगस्त 2018 को एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है 25 सितंबर 2018 को अर्जुन अवार्ड से सुशोभित हो चुके हैं।

वीओ -गांव खंडरा जिला पानीपत का निवासी नीरज चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका में 87.86 जैवलिन थ्रो कर गोल्ड मेडल जीतकर कर ओलंपिक क्वालीफाई किया । देश में खुशी का माहौल दिखने लगा है और उसके परिवार में खुशी का माहौल है आपस में सभी बधाई दे रहे है और मुंह मीठा करवा रहे है ।

वीओ -नीरज चोपड़ा के चाचा भीम ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बावजूद 2019 में ऑपरेशन करवाया और बेंगलुरु में लगातार अभ्यास और कड़ी मेहनत की और हमें बड़ी खुशी है उसकी मेहनत रंग लाई और उसने ओलंपिक क्वालीफाई किया । हमें पूरा विश्वास है की देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतकर लाएगा ।

Conclusion:वीओ -पिता सतीश ने भी बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर की है । उन्होंने कहा कि नीरज का अगला लक्ष्य ओलंपिक मेडल जीतना है वंही नीरज चोपड़ा की बहन संगीता व नेहा ने कहा कि कोहनी में चोट लगने के बाद भैया निराश हो गए थे, क्योंकि थोड़े समय के लिए खेल छोड़ना पड़ा था ।बहन ने कहा कि नीरज का सपना है कि ओलंपिक में मेडल जीते। और उन्हें देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतकर आएंगे ।

बाइट -भीम चोपड़ा,नीरज का चाचा

बाइट -संगीता, नीरज की बहन

बाइट -नेहा, नीरज की बहन
Last Updated : Jan 30, 2020, 8:20 PM IST
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