पानीपत: हरियाणा में पंचायती राज चुनाव (Haryana Panchayat Election) का आगाज हो चुका है. पानीपत जिले के 178 गांव की राजनीति में चौधर के लिए सरपंच पद के लिए कड़ी टक्कर होगी. लेकिन पंच निर्विरोध और सर्वसम्मति से ही चुने जा रहे हैं. पंच पद के लिए कई जगह मुकाबला ना के बराबर है.
अधिकतर पंच पद के प्रत्याशी नामांकन भरने के बाद से ही पंच बन चुके (Haryana Panchayat Election Nomination) हैं, क्योंकि इनको निर्विरोध चुना जा चुका है. इनके विपक्ष में किसी दूसरे ने नामांकन तक नहीं भरा है. पानीपत जिले में 178 ग्राम पंचायतों में पंचों की 2,190 सीटों में से करीब 1,238 सीटों से अधिक पर पंच बन चुके (Panchayati Raj Elections in Haryana) हैं, जबकि सरपंच पद के लिए हर गांव से दो से ज्यादा प्रत्याशी इस जंग में हिस्सा ले रहे हैं.
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ऐसे करीब 15 से 17 गांव ही हैं जिनमें सरपंच के चुनाव में सिर्फ दो दावेदार ही मैदान में उतरे हैं और उन गांवों में मुकाबला कड़ा होने वाला है. पानीपत के सभी गांव को मिलाकर सरपंच पद के 822 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं. आंकड़ों के अनुसार हर गांव की सीट से चार से पांच दावेदार ही चुनावी मैदान में आए हैं.
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सर्वसम्मति से पंच जिले के लगभग सभी गांव में चुने गए हैं. बता दें कि पहले चरण में 10 जिलों भिवानी, फतेहाबाद, झज्जर, जींद, कैथल, महेंद्रगढ़, नूंह, पंचकूला, यमुनानगर और पानीपत में पंचायती राज चुनाव होंगे. जिला परिषद-पंचायत समिति सदस्य के 30 अक्टूबर और सरपंच-पंच पद के लिए दो नवंबर को मतदान होगा. सरपंच-पंच के नतीजे मतदान के दिन ही आ जाएंगे, जबकि जिला परिषद और पंचायत समिति का चुनाव परिणाम दोनों चरण पूरा होने पर एक साथ घोषित होगा.
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