पानीपत: कोरोना वायरस का डर लोगों में कितना बचा है इसका अंदाजा सड़क पर बेपरवाह घूम रहे लोगों को देखकर लगाया जा सकता है, लेकिन अब लोगों के साथ-साथ प्रशासन भी इस वैश्विक महामारी को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा.
कोरोना के प्रति पानीपत प्रशासन की गंभीरता का अंदाजा लघु सचिवालय में किए गए इंतजाम को देखकर लगाया जा सकता है. जहां अब ना तो सैनिटाइजिंग मशीन काम कर रही है और ना ही थर्मल स्कैनिंग की कोई व्यवस्था है. ये तो छोड़िए, आपको लघु सचिवालय के बाहर हैंड वॉश करने के लिए बड़ी-बड़ी पानी की टंकियां तो दिख जाएंगी, लेकिन हाथ धोने के लिए साबुन नहीं मिलेगा.
जब इस बारे में वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से बात की गई तो वो बगले झांकते नजर आए. जब पुलिसकर्मी से लघु सचिवालय के बाहर लगी टेंपरेचर स्कैनिंग मनीशन के बारे में पूछा गया तो वो बहाने बनाता नजर आया. उसने कहा कि आज भी मशीन खराब हुई है. उसे ठीक करने दिया गया है.
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जब इस बारे में पानीपत के एसडीएम रविंद्र पाटिल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सभी दफ्तरों के सामने सैनिटाइजिंग मशीन है और हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन जब उन्हें लघु सचिवालय में बरती जा रही लापरवाही के बारे में बताया गया तो उन्होंने तुरंत इसे दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो कर्मचारियों को लापरवाही ना बरतने के आदेश दिए जाएंगे.
लापरवाही ना पड़ जाए भारी!
भले ही एसडीएम साहब ने व्यवस्थाओं को सही करने का आश्वासन दिया हो, लेकिन हमें भी ये जरूर याद रखना चाहिए कि कोरोना अभी न तो खत्म हुआ है और ना ही भविष्य में इसके जल्द खत्म होने की कोई गारंटी है. जब तक इसकी वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक तो हमें इसे लेकर सावधानी बरतनी ही होगी. नहीं तो ये लापरवाही किसी पर भी भारी पड़ सकती है.