पानीपत : संत निरंकारी मिशन के संत समागम में भारी तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. आपको बता दें कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है. तीन दिवसीय ये संत समागम 30 अक्टूबर तक चलेगा. इस पावन संत समागम का सब्जेक्ट इस बार 'सुकून अंतर्मन का' रखा गया है. बताया जा रहा है कि इसमें विश्व के कई देशों से भक्त शामिल हो रहे हैं. पानीपत जिले के निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा में समागम के लिए दिव्य और भव्य तैयारी की गई है. बताया जा रहा है कि करीब 850 एकड़ क्षेत्र में इस दिव्य-भव्य समागम का आयोजन किया जा रहा है. माता सद्गुरू सुदीक्षा महाराज का इसमें प्रवचन होगा.
समागम में एक लाख सेवादार जवान तैनात : एक अनुमान के मुताबिक इस साल देश-विदेश से करीब 30 लाख भक्तों के आने का अनुमान है. वहीं समागम स्थल पर लगभग एक लाख सेवादार जवान है जो तैयारी से लेकर समापन तक सारे इंतज़ाम देख रहे हैं. इस बीच महिलाएं भी समागम में निःस्वार्थ भाव से सेवाएं दे रही हैं. साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को दुरूस्त रखने और लोगों को आने-जाने में किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए 2500 सेवादार तैनात किए गए हैं. साथ ही पार्किंग के लिए भी ख़ास इंतज़ाम हैं.
हेल्थ के लिए भी ख़ास इंतज़ाम : समागम में आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत का ख्याल रखने के लिए मेडिकल सुविधा भी दी जा रही है. समागम में 10 डिस्पेंसरी की सुविधा मौजूद है, जिसमें 5 में एलोपैथिक और 5 में होम्योपैथिक इलाज की सुविधा मिल रही है. इसके अलावा 10 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, 4 एक्यूप्रेशर और फिजियोथैरेपी डिस्पेंसरी की भी सुविधा वहां आने वाले भक्तों को मुहैया कराई गई है. वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं के बीमार पड़ने पर 90 बिस्तरों के अस्पताल का भी इंतज़ाम किया गया है. एंबुलेंस की बात करें तो जहां संत निरंकारी मिशन की ओर से 12 तो वहीं हरियाणा सरकार की ओर से 20 एंबुलेंस का इंतज़ाम किया गया है. साथ ही इस दौरान अगर किसी की हालत ज्यादा गंभीर हो जाए तो उसे पानीपत, सोनीपत और दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में भेजने का भी इंतज़ाम किया गया है.
समागम स्थल पर सुरक्षा : समागम स्थल पर हरियाणा सरकार की मदद से सुरक्षा को लेकर भी ख़ास इंतज़ाम किए गए हैं, जिसके तहत 82 चेक पोस्ट बनाए गए हैं. साथ ही आग से निपटने के लिए भी तमाम इंतज़ाम किए गए हैं. वहीं हरियाणा पुलिस के जवान भी सुरक्षा में तैनात है. साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी नज़र रखने के लिए लगाए गए हैं.
खाने-पीने के लिए ख़ास व्यवस्था : समागम स्थल पर आने वाले लोगों के लिए खाने के भी ख़ास इंतज़ाम है. चार मैदानों में करीब 22 कैंटीनों का इंतज़ाम है. इन सभी कैन्टीनों में मामूली राशि देकर आप चाय, काफी या शीतल पेय का लुत्फ उठा सकते हैं. वहीं श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाया गया है, जहां पर सभी श्रद्धालुओं को ख़ाना परोसा जा रहा है.
कचरे का ट्रीटमेंट : स्वच्छता का ख्याल रखते हुए कचरे के निपटारे के लिए चारों मैदानों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं. वहीं गीले ओर सूखे कचरे के मैनेजमेंट के लिए टीम भी बनाई गई है. समागम स्थल पर जगह जगह बायो टॉयलेट बनाये गए हैं
निरंकारी मिशन के बारे में जानिए : संत निरंकारी मिशन की हिस्ट्री सालों पुरानी है. 25 मई 1928 में पाकिस्तान के पेशावर में बाबा बूटा सिंह ने इसे बनाया था. सुदीक्षा महाराज को 16 जुलाई 2018 को निरंकारी सद्गुरू की उपाधि से नवाज़ा गया. अब इस मिशन की पहचान सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है.