पानीपत: हरियाणा में 15 जून से धान की रोपाई शुरू हो गई है, लिहाजा सूबे के किसान मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. धान की रोपाई के लिए पानी की जरूरत होती है. अगर हरियाणा में वक्त पर मानसून आता है तो इसका फायदा किसानों को होगा. चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक 25 जून से हरियाणा में भारी बारिश हो सकती है और 30 जून तक मानसून आ सकता है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में मौसम आमतौर पर 27 जून तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है.
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मौसम विभाग के मुताबिक 25 जून रात से 27 जून तक सूबे के ज्यादातर जिलों में तेज हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी पर हरियाणा के किसानों ने कहा कि अगर सूबे में मानसून इसी महीने आता है तो उन्हें इसका फायदा होगा. बता दें कि हरियाणा में जीटी रोड बेल्ट से लगते जिलों को धान का कटोरा कहा जाता है. क्योंकि बड़े पैमाने पर यहां धान की फसल उगाई जाती है. प्री मानसून बारिश के बाद से ही किसान धान की रोपाई में जुट गए हैं.
हरियाणा में मानसून अगर इसी महीने में दस्तक देता है तो बारिश से किसानों को अच्छा फायदा होगा. किसानों का कहना है कि इस बार मौसम विभाग ने बारिश का जो अलर्ट किया गया है. अगर उसी हिसाब से बारिश होती है, तो धान की रोपाई का किसानों के लिए अनुकूल समय रहेगा. धान की रोपाई प्रदेश के कई जिलों में बड़ी तेजी से हो रही है, वहीं कुछ जिलों में अभी होनी बाकी है. कुछ धान की किस्मों की बिजाई मानसून के समय में की जाती है.
किसानों ने कहा कि ज्वार, बाजरा और कपास की बिजाई करने वाले क्षेत्रों में तो प्री मानसून की बारिश से बहुत फायदा मिल जाता है, लेकिन धान की फसल को अधिक पानी की आवश्यकता होती है. इस बारे में एग्रीकल्चर विभाग के डीडीए वजीर सिंह ने बताया कि अबकी बार मानसून प्रदेश में समय पर दस्तक देगा. यही समय धान की रोपाई के लिए अनुकूल है. मौसम विभाग के अनुसार रात 24 जून की रात से प्री मानसून दस्तक दे रहा है. इससे लोगों को गर्मी से निजात तो मिलेगी ही, बल्कि किसानों को भी राहत मिलेगी.