पानीपत: चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश के शाहजांपुर व हरदोई के लिए छोटे-छोटे बच्चों के साथ पैदल निकला परिवार गुरुवार को पानीपत पहुंचा. पानीपत से बसें यूपी भेजी जा रही हैं. ये बात सुनकर परिवार में आशा की किरण जगी, लेकिन चार से पांच दिन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद इस परिवार को वहां से खदेड़ दिया गया.
'हमें नहीं मिली कोई सुविधा'
अब चंडीगढ़ से पानीपत तक तो वो आ गए, लेकिन अब यहां पर पुलिस आगे जाने से रोक रही है. जिससे इनकी मुसीबतें और बढ़ गई हैं. प्रवासी मजदूरों का आरोप है कि सरकार द्वारा बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो की जा रही हैं, लेकिन इनको कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है.
'हमें मत रोको, हमें पैदल ही जाने दो'
प्रवासी मजदूरों ने कहा कि वो सिर्फ पानी पी कर ही गुजरा कर रहे हैं. छोटे-छोटे बच्चों के साथ भूखे ही अपनी मंजिल की ओर चल रहे हैं. सरकार खाना, रहना कुछ भी नहीं दे रही. मजदूरों का तो यहां तक कहना है कि सरकार उन्हें कोई सुविधा ना दे, बस उन्हें पैदल ही जाने दे और रास्ते में कोई ना रोके.