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हरियाणा और पंजाब में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले, इन बातों का ध्यान रख कर सकते हैं बचाव - हार्ट अटैक के कारण

आज इंसान भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि ना उठने का सही समय है, ना सोने का और ना ही खाने का. यही वजह है कि, मानव का शरीर धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है. युवा हों या बुजुर्ग सभी में हार्ट अटैक में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

heart attack patients in panipat
heart attack patients in panipat
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Published : Oct 4, 2022, 3:35 PM IST

पानीपत: हाल के दिनों में हार्ट अटैक (heart attack) के मामले काफी बढ़ गए हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक इसका सबसे बड़ा कारण है अनियमित जीवन शैली. आज इंसान भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि ना उठने का सही समय है, ना सोने का और ना ही खाने का. यही वजह है कि, मानव का शरीर धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है. आज हम आपको बताएंगे कि हार्ट अटैक यानी दिल की बीमारी क्या है और कैसे हम आज की इस भागती दौड़ती जिंदगी में भी भी अपने इस कीमती हार्ट यानी दिल को संभाल कर रख सकते हैं.

डॉक्टरों ने बताया कि हृदय रोग (heart disease) की मुख्य वजह हाई ब्लड प्रेशर, शुगर है, जो भविष्य में हार्टअटैक के अलावा किडनी से लेकर आंखों और जोड़ों तक के दिक्कत की वजह बनती है. हाई बीपी से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि लंबे समय तक बढ़ते दबाव के कारण धमनियां सिकुड़ जाती हैं. इससे हृदय को ब्लड पंप करने में परेशानी होती है. वहीं, दिल की बीमारी को लेकर कई तरह मिथ्य है. जैसे कि दिल को रोग पुरूषों को ज्यादा है. साथ ही हार्ट अटैक की समस्या भी पुरुषों में ज्यादा है, लेकिन रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि पुरुषों से ज्यादा औरतों की मृत्यु हार्ट अटैक (heart attack) से होती है.

हार्ट अटैक के मरीजों में इजाफा: उत्तर भारत में भी हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण ये बीमारियां किसी भी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. चाहे युवा हो या बुजुर्ग. किसी भी आयु वर्ग में ये बीमारी घर कर रही है. डॉक्टरों का मानना है कि उत्तर भारत के हरियाणा पंजाब इलाके में हार्ट अटैक के मरीजों (heart attack patients in panipat) की संख्या बढ़ रही है और 38 से 40% मौत का आंकड़ा हार्ट अटैक का ही है. इसका मुख्य कारण खानपान और अव्यवस्थित दिनचर्य है. हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तेजवीर ग्रेवाल ने बताया कि युवाओं ने में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी आई है.

हार्ट अटैक के कारण: हरियाणा और पंजाब जैसे प्रदेशों में इसका मुख्य कारण अधिक धूम्रपान और गलत खानपान माना जा रहा है. युवा आजकल धूम्रपान को एक शौक समझकर पीते हैं. जिसका सीधा असर उनके हृदय पर पड़ता है. पहले के मुकाबले इन इलाकों के लोग हार्ड वर्क कम करते हैं. जिसके चलते भी हृदय संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं. डॉक्टर ग्रेवाल ने बताया कि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी हार्टअटैक (heart attack patients in haryana) का एक मुख्य कारण बन सकती है. अगर आप शुरुआत में ही ज्यादा टाइम एक्सरसाइज पर लगाएंगे तो वो भी आपको हार्ड अटैक जैसा घातक स्ट्रोक दे सकती है.

बचने के उपाय: डॉक्टर के मुताबिक एकदम ज्यादा एक्सरसाइज ना करें. नियमित रूप से एक्सरसाइज को बढ़ाना चाहिए. अगर किसी भी परिस्थिति में हार्ट अटैक आ जाए तो शुरुआती दौर एस्प्रिन की गोली को चबाए और तुरंत मरीज को हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास लेकर जाए. हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ज्यादा पका हुआ तला भुना खाना और जंक फूड से बचना चाहिए. कम से कम घी, तेल और मक्खन का इस्तेमाल करना चाहिए. खाने में पचास फीसदी सब्जियों, फल का इस्तेमाल करें.

इन बातों का रखें ध्यान: इसके अलावा सात रंग के फल और सब्जियों का सलाद रेगुलर अपने खाने में शामिल करें और हाई फाइबर वाली चीजें ज्यादा ग्रहण करें. इसके अलावा रात 10 बजे तक सो जाना चाहिए. सुबह सूर्योदय से पहले उठे. साथ ही उठने के दो-तीन घंटे में ब्रेकफास्ट कर लें. दोपहर में सही समय देखकर लंच करें. वही, रात 8 बजे तक डिनर कर ले और पानी हमेशा खाने के 1 घंटे बाद ही पिएं. रोज सुबह योग और व्यायाम करें. रोजाना सुबह 30 मिनट योग और व्यायाम करने से बीमारियां भी शरीर के इर्द-गिर्द नहीं भटकेंगी.

पानीपत: हाल के दिनों में हार्ट अटैक (heart attack) के मामले काफी बढ़ गए हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक इसका सबसे बड़ा कारण है अनियमित जीवन शैली. आज इंसान भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि ना उठने का सही समय है, ना सोने का और ना ही खाने का. यही वजह है कि, मानव का शरीर धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है. आज हम आपको बताएंगे कि हार्ट अटैक यानी दिल की बीमारी क्या है और कैसे हम आज की इस भागती दौड़ती जिंदगी में भी भी अपने इस कीमती हार्ट यानी दिल को संभाल कर रख सकते हैं.

डॉक्टरों ने बताया कि हृदय रोग (heart disease) की मुख्य वजह हाई ब्लड प्रेशर, शुगर है, जो भविष्य में हार्टअटैक के अलावा किडनी से लेकर आंखों और जोड़ों तक के दिक्कत की वजह बनती है. हाई बीपी से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि लंबे समय तक बढ़ते दबाव के कारण धमनियां सिकुड़ जाती हैं. इससे हृदय को ब्लड पंप करने में परेशानी होती है. वहीं, दिल की बीमारी को लेकर कई तरह मिथ्य है. जैसे कि दिल को रोग पुरूषों को ज्यादा है. साथ ही हार्ट अटैक की समस्या भी पुरुषों में ज्यादा है, लेकिन रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि पुरुषों से ज्यादा औरतों की मृत्यु हार्ट अटैक (heart attack) से होती है.

हार्ट अटैक के मरीजों में इजाफा: उत्तर भारत में भी हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण ये बीमारियां किसी भी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. चाहे युवा हो या बुजुर्ग. किसी भी आयु वर्ग में ये बीमारी घर कर रही है. डॉक्टरों का मानना है कि उत्तर भारत के हरियाणा पंजाब इलाके में हार्ट अटैक के मरीजों (heart attack patients in panipat) की संख्या बढ़ रही है और 38 से 40% मौत का आंकड़ा हार्ट अटैक का ही है. इसका मुख्य कारण खानपान और अव्यवस्थित दिनचर्य है. हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर तेजवीर ग्रेवाल ने बताया कि युवाओं ने में हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी आई है.

हार्ट अटैक के कारण: हरियाणा और पंजाब जैसे प्रदेशों में इसका मुख्य कारण अधिक धूम्रपान और गलत खानपान माना जा रहा है. युवा आजकल धूम्रपान को एक शौक समझकर पीते हैं. जिसका सीधा असर उनके हृदय पर पड़ता है. पहले के मुकाबले इन इलाकों के लोग हार्ड वर्क कम करते हैं. जिसके चलते भी हृदय संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं. डॉक्टर ग्रेवाल ने बताया कि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी हार्टअटैक (heart attack patients in haryana) का एक मुख्य कारण बन सकती है. अगर आप शुरुआत में ही ज्यादा टाइम एक्सरसाइज पर लगाएंगे तो वो भी आपको हार्ड अटैक जैसा घातक स्ट्रोक दे सकती है.

बचने के उपाय: डॉक्टर के मुताबिक एकदम ज्यादा एक्सरसाइज ना करें. नियमित रूप से एक्सरसाइज को बढ़ाना चाहिए. अगर किसी भी परिस्थिति में हार्ट अटैक आ जाए तो शुरुआती दौर एस्प्रिन की गोली को चबाए और तुरंत मरीज को हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर के पास लेकर जाए. हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ज्यादा पका हुआ तला भुना खाना और जंक फूड से बचना चाहिए. कम से कम घी, तेल और मक्खन का इस्तेमाल करना चाहिए. खाने में पचास फीसदी सब्जियों, फल का इस्तेमाल करें.

इन बातों का रखें ध्यान: इसके अलावा सात रंग के फल और सब्जियों का सलाद रेगुलर अपने खाने में शामिल करें और हाई फाइबर वाली चीजें ज्यादा ग्रहण करें. इसके अलावा रात 10 बजे तक सो जाना चाहिए. सुबह सूर्योदय से पहले उठे. साथ ही उठने के दो-तीन घंटे में ब्रेकफास्ट कर लें. दोपहर में सही समय देखकर लंच करें. वही, रात 8 बजे तक डिनर कर ले और पानी हमेशा खाने के 1 घंटे बाद ही पिएं. रोज सुबह योग और व्यायाम करें. रोजाना सुबह 30 मिनट योग और व्यायाम करने से बीमारियां भी शरीर के इर्द-गिर्द नहीं भटकेंगी.

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