पानीपत: बच्चों के सपनों को उड़ान देने की देना ही बाल कल्याण परिषद का मुख्य उद्देश्य है. ये मानद महासचिव कृष्ण ढुल का कहना है. हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल की अध्यक्षता में प्रदेश के मंडल बाल कल्याण अधिकारियों और जिला बाल कल्याण अधिकारियों की प्रदेश स्तरीय बैठक हुई. बैठक में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा गुरूग्राम में किंगडम ऑफ ड्रीम्स में आयोजित राज्य स्तरीय बाल महोत्सव 2019 की सफलता के उपलक्ष में चर्चा की गई. इस दौरान उन्होंने सभी मंडल बाल कल्याण अधिकारियों और जिला बाल कल्याण अधिकारियों को राज्य स्तरीय बाल महोत्सव की ऐतिहासिक सफलता की शुभकामनाएं दी.
2 लाख बच्चों ने की कार्यक्रम में शिरकत
राज्य स्तरीय बाल महोत्सव 2019 का संकल्प दोहराते हुए कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों के सपनों को उड़ान देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ इसी तरह से बड़े आयोजन करती रहेगी. राज्य स्तरीय बाल महोत्सव की ऐतिहासिकता का अनुमान राज्य स्तरीय बाल महोत्सव में 2 लाख से अधिक बच्चों लोगों की ओर से की गई शिरकत से लगाया जा सकता है. इस दौरान सभी बच्चों के लिए खाने-पीने, झूला-झूलने, जादूगर का खेल स्टंट ऊंट और घोड़े की सवारी बिल्कुल नि:शुल्क रही.
बच्चों को वितरित किए उपहार
बच्चों को परिषद द्वारा उपहार भी वितरित किए गए. गुरूग्राम में विश्व प्रसिद्ध स्थल किंगडम ऑफ ड्रीम्स में पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान सरकार की ओर से नि:शुल्क करने पर राज्यपाल एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के प्रधान सत्यदेव नारायण आर्य एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद भी किया.
परामर्श केंद्र से बच्चों को मिला लाभ
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों को विश्व स्तरीय मंच प्रदान कर उनकी प्रतिभा को निखारने का काम कर रहा है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बाल कल्याण से जुड़ी गतिविधियों को अधिक से अधिक बढ़ाने का कार्य करें. इसके साथ ही हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा नोडल अफसर अनिल मलिक के नेतृत्व में बाल परामर्श केंद्र चलाए जा रहे हैं जिसके माध्यम से स्कूली बच्चों को गाइडलाइंस दी जा रही हैं. जिनका लाभ प्रदेश भर के 70 हजार से अधिक बच्चों को मिल चुका है.
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बाल मजदूरी पर लगेगी लगाम
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रदेश भर में सामाजिक, समरसता, मौलिक शिक्षा एवं समन्वय स्कीम चलाई जा रही हैं. जिसका लाभ प्रदेश के हजारों बच्चों को मिल चुका है. प्रदेश में अधिकतर बच्चों में बाल संगम डे केयर सेंटर चलाए जा रहे हैं. भिक्षावृत्ति रोकने और बाल मजदूरी पर लगाम लगाना भी बाल कल्याण परिषद का उद्देश्य है और जल्द ही वे इसमें सफल भी होंगे.