ETV Bharat / state

महज चार साल की उम्र में ही हरियाणा की बेटी हरमन बनीं आत्मनिर्भर, मॉडल बनना है सपना - हरियाणा की बेटी हरमन

पानीपत की हरमन (Haryana daughter Harman) ने छोटी सी उम्र में आत्मनिर्भर बनकर देश और प्रदेश का नाम रौशन किया है. बता दें कि हरमन चार साल की उम्र में ही राज्य और केंद्र सरकार का विज्ञापन कर रही हैं.

Harman in panipat
महज चार साल की उम्र में ही हरियाणा की हरमन बनी प्रेरणा
author img

By

Published : Jun 24, 2022, 12:50 PM IST

पानीपत: बेटियां देश का गौरव होती हैं. बावजूद इसके संकीर्ण मानसिकता के धनी लोग अभी भी बेटियों को बोझ ही मानते हैं. लेकिन इन सब से परे हरियाणा की एक बेटी ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि बेटियां किसी से कम नहीं होती है. पानीपत की यह बेटी बेहद ही कम उम्र से आत्मनिर्भर बनकर अपने पैरेंट्स का हाथ बंटाने में लगी हुई है. हम बात कर रहे हैं पानीपत के तहसील कैंप की रहने वाली 17 वर्षीय हरमन कौर (Harman of Panipat) की. हरमन की कहानी ऐसी है जो भी सुनता है उसके लिए मिसाल बन जाता है.

पढ़ाई का खुद ही उठाती हैं खर्च: हरमन जब महज चार साल (four years Harman of Panipat) की थी तो वह अपनी पढ़ाई का खर्च खुद ही उठाने लगी थीं. अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी चोटी सी उम्र में भला कौन कैसे अपना खर्च उठा सकता है. दरअसल, चार साल से ही हरमन भारत सरकार, हरियाणा सरकार, दिल्ली सरकार और बिहार राज्यों की सरकारों के लिए विज्ञापन कर रही (Harman doing state and central government advertisement) है. विज्ञापन से होने वाली इनकम से वह अपने स्कूल की फीस और अपने खर्च को वहन करती हैं.

महज चार साल की उम्र में ही हरियाणा की हरमन बनी प्रेरणा, आत्मनिर्भर बन मिशाल की पेश

बचपन से है मॉडलिंग का शौक: हरमन की मां पलविंदर कौर ने बताया कि हरमन (Harman of haryana) को बचपन से ही जब छोटी सी थी तब से उसे मॉडलिंग का बहुत ज्यादा शौक था. हरमन ने भारत सरकार द्वारा चलाए जाने वाले सर्व शिक्षा अभियान का विज्ञापन किया. उसके बाद से तो बड़े-बड़े विज्ञापनों के हरमन के पास ऑफर आने लगे. किसी ऐड से 2000 तो किसी 5 से 8000 की इनकम हरमन को होने लगी. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की भी हरमन विज्ञापन कर चुकी हैं.

हरमन 60 से अधिक कर चुकी हैं विज्ञापन: आपको बता दें कि अब तक हरमन 60 से अधिक विज्ञापन कर चुकी हैं. हरमन को जिला प्रशासन ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर (Harman brand ambassador of Beti Bachao Beti Padhao) भी बनाया हुआ है. हरमन को राज्य स्तरीय और नेशनल स्तर के अवार्ड भी मिल चुके हैं. हरमन की मां ने बताया कि अब हरमन सोशल कार्य में भी रूचि लेने लगी हैं. वह झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से डांस सिखा रही हैं. इसके अलावा अभी वह अपने स्तर पर 200 से अधिक पौधारोपण कर चुकी हैं.

पैरेंट्स के लिए गॉड गिफ्ट हैं हरमन: हरमन (Haryana daughter Harman) ने जब से पढ़ना शुरू किया है उसके घर वालों ने उस पर कोई भी राशि जेब से खर्च नहीं की. हरमन के अभिभावकों का कहना है कि बेटी स्वयं ही विज्ञापनों के माध्यम से इतना पैसा बना लेती है कि उसकी स्कूल और ट्यूशन के साथ ही अन्य खर्च आराम से निकाल लेती है. माता पिता का कहना है हरमन उनके लिए एक गॉड गिफ्ट है, जिसने स्वयं अपने ही बलबूते पर अपनी पहचान बनाई है, अब हरमन को घर बैठे ही विज्ञापनों के ऑफर आ रहे हैं और वह अब इसी प्रोफेशन में ही आगे बढ़ना चाहती है. पढ़ाई लिखाई की अगर बात करें तो हरमन इस समय बीकॉम फर्स्ट ईयर है और पढ़ने में भी वह हर साल अव्वल स्थान हासिल करती हैं.

पानीपत: बेटियां देश का गौरव होती हैं. बावजूद इसके संकीर्ण मानसिकता के धनी लोग अभी भी बेटियों को बोझ ही मानते हैं. लेकिन इन सब से परे हरियाणा की एक बेटी ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि बेटियां किसी से कम नहीं होती है. पानीपत की यह बेटी बेहद ही कम उम्र से आत्मनिर्भर बनकर अपने पैरेंट्स का हाथ बंटाने में लगी हुई है. हम बात कर रहे हैं पानीपत के तहसील कैंप की रहने वाली 17 वर्षीय हरमन कौर (Harman of Panipat) की. हरमन की कहानी ऐसी है जो भी सुनता है उसके लिए मिसाल बन जाता है.

पढ़ाई का खुद ही उठाती हैं खर्च: हरमन जब महज चार साल (four years Harman of Panipat) की थी तो वह अपनी पढ़ाई का खर्च खुद ही उठाने लगी थीं. अब आप सोच रहे होंगे कि इतनी चोटी सी उम्र में भला कौन कैसे अपना खर्च उठा सकता है. दरअसल, चार साल से ही हरमन भारत सरकार, हरियाणा सरकार, दिल्ली सरकार और बिहार राज्यों की सरकारों के लिए विज्ञापन कर रही (Harman doing state and central government advertisement) है. विज्ञापन से होने वाली इनकम से वह अपने स्कूल की फीस और अपने खर्च को वहन करती हैं.

महज चार साल की उम्र में ही हरियाणा की हरमन बनी प्रेरणा, आत्मनिर्भर बन मिशाल की पेश

बचपन से है मॉडलिंग का शौक: हरमन की मां पलविंदर कौर ने बताया कि हरमन (Harman of haryana) को बचपन से ही जब छोटी सी थी तब से उसे मॉडलिंग का बहुत ज्यादा शौक था. हरमन ने भारत सरकार द्वारा चलाए जाने वाले सर्व शिक्षा अभियान का विज्ञापन किया. उसके बाद से तो बड़े-बड़े विज्ञापनों के हरमन के पास ऑफर आने लगे. किसी ऐड से 2000 तो किसी 5 से 8000 की इनकम हरमन को होने लगी. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की भी हरमन विज्ञापन कर चुकी हैं.

हरमन 60 से अधिक कर चुकी हैं विज्ञापन: आपको बता दें कि अब तक हरमन 60 से अधिक विज्ञापन कर चुकी हैं. हरमन को जिला प्रशासन ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर (Harman brand ambassador of Beti Bachao Beti Padhao) भी बनाया हुआ है. हरमन को राज्य स्तरीय और नेशनल स्तर के अवार्ड भी मिल चुके हैं. हरमन की मां ने बताया कि अब हरमन सोशल कार्य में भी रूचि लेने लगी हैं. वह झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से डांस सिखा रही हैं. इसके अलावा अभी वह अपने स्तर पर 200 से अधिक पौधारोपण कर चुकी हैं.

पैरेंट्स के लिए गॉड गिफ्ट हैं हरमन: हरमन (Haryana daughter Harman) ने जब से पढ़ना शुरू किया है उसके घर वालों ने उस पर कोई भी राशि जेब से खर्च नहीं की. हरमन के अभिभावकों का कहना है कि बेटी स्वयं ही विज्ञापनों के माध्यम से इतना पैसा बना लेती है कि उसकी स्कूल और ट्यूशन के साथ ही अन्य खर्च आराम से निकाल लेती है. माता पिता का कहना है हरमन उनके लिए एक गॉड गिफ्ट है, जिसने स्वयं अपने ही बलबूते पर अपनी पहचान बनाई है, अब हरमन को घर बैठे ही विज्ञापनों के ऑफर आ रहे हैं और वह अब इसी प्रोफेशन में ही आगे बढ़ना चाहती है. पढ़ाई लिखाई की अगर बात करें तो हरमन इस समय बीकॉम फर्स्ट ईयर है और पढ़ने में भी वह हर साल अव्वल स्थान हासिल करती हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.