पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाकर कंपनी की फ्रेंचाइजी देने और लक्की ड्रॉ निकालने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पिछले एक साल से अलग-अलग राज्यों में लोगों करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं.
पटना में बैठकर करते थे वारदात: एएसपी मयंक मिश्रा ने बताया कि चारों आरोपियों को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 14 मोबाइल फोन, 18 सिम कार्ड. स्टेट बैंक की फर्जी मुहर, 1 लैपटॉप, 900 लक्की ड्रॉ कूपन, 93 ऑफर फॉर्म और एड्रेस लिखे हुए 304 लिफाफे बरामद किए हैं.
रिमांड पर शातिर आरोपी: आरोपियों के नाम अमित, दीपक भारती, कुलदीप और चंदन है जो साथ में गैंग चला रहे थे. आरोपी अमित और कुलदीप को 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है. जबकि आरोपी दीपक व चंदन को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर रखा जाएगा.
ठगी करने के लिए की पढ़ाई!: पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह का मुख्य सरगना आरोपी अमित B.SC पास है. अमित ने साथी आरोपी दीपक भारती के साथ मिलकर स्पोर्ट्स की मशहूर कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाकर उसे गूगल पर अपलोड करवा दिया था. हैरान करने वाली बात है की आरोपी अच्छा खासा पढ़ा-लिखा है. पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक BCA पास है, उसको सॉफ्टवेयर की ज्यादा जानकारी थी. आरोपी दीपक ने फर्जी वेबसाइट पर काफी विज्ञापन दिया. ताकि गूगल पर उनकी वेबसाइट असल वेबसाइट से ऊपर दिखे.
ऐसे करते थे फ्रॉड: गूगल पर मशहूर कंपनी की वेबसाइट सर्च करने पर आरोपियों की फर्जी वेबसाइट पहले दिखाई देने पर लोगों उस पर विश्वास करते थे. लोग कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए फर्जी वेबसाइट पर दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क करते तो आरोपी उनको ठगी का शिकार बना लेते थे. आरोपियों ने लोगों से बात करने के लिए अपने साथी आरोपी चंदन व कुलदीप को सैलरी पर रखा हुआ था.
लोगों से करोड़ों रुपये ऐंठे: आरोपी फर्जी वेबसाइट के अतिरिक्त लक्की ड्रॉ निकलने के नाम पर भी ऑनलाइन फ्रॉड देते थे. आरोपी चंदन व कुलदीप लोगों को फोन कॉल कर एयरटेल, JIO, वोडाफोन से टेलीकॉम कंपनियों का अच्छा कस्टमर बताकर ड्रॉ कूपन की स्कीम बताकर झांसे में लेते थे. जिसके बाद कस्टमर का नाम पता पूछकर उन्हें लक्की ड्रॉ भेजते थे. कूपन को स्क्रैच ही कई बंपर इनाम जैसे- बाइक, स्कूटी, कार आदि निकलते थे. लक्की ड्रॉ निकलते ही कस्टमर गिरोह को फोन करता था. जिसके बाद आरोपी टैक्स और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर खाते में पैसे डालकर ठगी करते थे.
SBI बैंक की फर्जी मुहर लगाकर तैयार करते थे दस्तावेज: इतना ही नहीं ये आरोपी इतने शातिर हैं कि अगर कोई कस्टमर प्राइज की जगह पैसे लेने की बात कहता तो आरोपी कागज तैयार कर एसबीआई बैंक की फर्जी मुहर लगाकर व्हाट्सएप पर भेज देते थे. जिसके बाद बैंक से पैसे अप्रूवल होने की बात कहकर कुछ प्रतिशत टैक्स जमा कराने को कहते थे. इन सारी ठगी की वारदातों को बिहार-पटना से बैठकर अंजाम दिया जा रहा था.
पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल: पानीपत निवासी यश गर्ग ने धोखाधड़ी की शिकायत साइबर क्राइम थाना में दी थी. उसने बताया कि विभिन्न तरह के प्रलोभन देकर आरोपियों ने उसे 6.60 लाख रुपये का चूना लगाया है. जिसके बाद पुलिस ने इन शातिरों की तलाश शुरू की. एएसपी मयंक मिश्रा ने बताया कि पानीपत साइबर क्राइम टीम ने पटना में दबिश दी. साइबर थाना पुलिस ने करीब 10-12 दिन पटना में डेरा डाल लिया था. यहां पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की. जिसके बाद चारों शातिर आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली.
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