पानीपतः शहर में अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के मेन बाजार में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के सामने सामान लगाकर किराए लेकर रेहड़ी लगवाई हुई हैं. जिस वजह से मार्केट में पैदल निकलने का भी रास्ता नहीं बचा है. मार्केट के दुकानदार इन रेहड़ियों से महीने में 5 से 10 हजार रुपये किराया वसूल करते हैं. अतिक्रमण के चलते बाजार में पूरे दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है.
80 से 30 फुट पर सिमटीं सड़कें
बाजारों में अतिक्रमण के हालात ये हैं कि पैदल निकलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.औद्योगिक नगरी में अतिक्रमण के चलते रोड की चौड़ाई 80 फीट से सिमट कर 30 फीट रह गई है. जिसके कारण वाहन चालक और शहर वासियों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बाजार प्रधान ने बताया कि निगम की अनदेखी के चलते दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आते है. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं निगम अधिकारी ने भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
शहर को जाम मुक्त बनाने की मुहिम
शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम ने टीम गठित कर दी है. टीम फील्ड में उतरकर अतिक्रमण पर कार्रवाई करेगी. इस अतिक्रमण में जीटी रोड पर स्थित बिल्डिंग्स को भी शामिल किया गया है. इस टीम में एमई, एक्सईएन, जेई, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, सीएसआई आदि शामिल होंगे. नगर निगम कमिश्नर ने भी टीम को सख्त हिदायत दी है, ताकि शहर को जाम से मुक्त बनाया जा सके.
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मिलीभगत से अतिक्रमण
नगर निगम एक्सियन फारुख अब्दुला ने कहा की बढ़ते अतिक्रमण को ध्यान में रखते हुए उसे हटाने के लिए एक टीम गठित कर दी गई है. लोगों का कहना है कि निगम अधिकारी और दुकानदारों की मिलीभगत से ये अतिक्रमण हुआ है. उन्होंने कहा कि एक बार पहले भी इसे हटवाने के लिए हाईकोर्ट से आदेश आए थे, लेकिन अज्ञात कारणों से इसे नहीं हटवाया गया. बाजार प्रधान ने भी कहा की निगम कार्रवाई करने की बात तो करती है लेकिन कभी कुछ करती नहीं है.