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पानीपत में अतिक्रमण का 'आतंक', 80 से 30 फुट पर सिमटी लंबी चौड़ी सड़कें - पानीपत अतिक्रमण की समस्या

पानीपत शहर में एक बार फिर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या विकराल होने लगी है. शहर में सुबह और शाम के समय यातायात की समस्या इस कदर बढ़ जाती है कि लोगों को 10 मिनट का रास्ता तय करने में एक-एक घण्टे का समय लगता है.

encroachment in panipat
पानीपत में अतिक्रमण का आतंक
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Published : Dec 1, 2019, 4:49 PM IST

पानीपतः शहर में अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के मेन बाजार में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के सामने सामान लगाकर किराए लेकर रेहड़ी लगवाई हुई हैं. जिस वजह से मार्केट में पैदल निकलने का भी रास्ता नहीं बचा है. मार्केट के दुकानदार इन रेहड़ियों से महीने में 5 से 10 हजार रुपये किराया वसूल करते हैं. अतिक्रमण के चलते बाजार में पूरे दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है.

80 से 30 फुट पर सिमटीं सड़कें
बाजारों में अतिक्रमण के हालात ये हैं कि पैदल निकलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.औद्योगिक नगरी में अतिक्रमण के चलते रोड की चौड़ाई 80 फीट से सिमट कर 30 फीट रह गई है. जिसके कारण वाहन चालक और शहर वासियों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बाजार प्रधान ने बताया कि निगम की अनदेखी के चलते दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आते है. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं निगम अधिकारी ने भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

पानीपत में अतिक्रमण का आतंक

शहर को जाम मुक्त बनाने की मुहिम
शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम ने टीम गठित कर दी है. टीम फील्ड में उतरकर अतिक्रमण पर कार्रवाई करेगी. इस अतिक्रमण में जीटी रोड पर स्थित बिल्डिंग्स को भी शामिल किया गया है. इस टीम में एमई, एक्सईएन, जेई, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, सीएसआई आदि शामिल होंगे. नगर निगम कमिश्नर ने भी टीम को सख्त हिदायत दी है, ताकि शहर को जाम से मुक्त बनाया जा सके.

ये भी पढ़ेंः करनाल पर कलंक बना नगर निगम का कम्युनिटी हॉल, 14000 रुपये देकर लोगों को मिलती हैं बीमारियां

मिलीभगत से अतिक्रमण
नगर निगम एक्सियन फारुख अब्दुला ने कहा की बढ़ते अतिक्रमण को ध्यान में रखते हुए उसे हटाने के लिए एक टीम गठित कर दी गई है. लोगों का कहना है कि निगम अधिकारी और दुकानदारों की मिलीभगत से ये अतिक्रमण हुआ है. उन्होंने कहा कि एक बार पहले भी इसे हटवाने के लिए हाईकोर्ट से आदेश आए थे, लेकिन अज्ञात कारणों से इसे नहीं हटवाया गया. बाजार प्रधान ने भी कहा की निगम कार्रवाई करने की बात तो करती है लेकिन कभी कुछ करती नहीं है.

पानीपतः शहर में अतिक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर के मेन बाजार में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों के सामने सामान लगाकर किराए लेकर रेहड़ी लगवाई हुई हैं. जिस वजह से मार्केट में पैदल निकलने का भी रास्ता नहीं बचा है. मार्केट के दुकानदार इन रेहड़ियों से महीने में 5 से 10 हजार रुपये किराया वसूल करते हैं. अतिक्रमण के चलते बाजार में पूरे दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है.

80 से 30 फुट पर सिमटीं सड़कें
बाजारों में अतिक्रमण के हालात ये हैं कि पैदल निकलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.औद्योगिक नगरी में अतिक्रमण के चलते रोड की चौड़ाई 80 फीट से सिमट कर 30 फीट रह गई है. जिसके कारण वाहन चालक और शहर वासियों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है. बाजार प्रधान ने बताया कि निगम की अनदेखी के चलते दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आते है. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं निगम अधिकारी ने भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

पानीपत में अतिक्रमण का आतंक

शहर को जाम मुक्त बनाने की मुहिम
शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम ने टीम गठित कर दी है. टीम फील्ड में उतरकर अतिक्रमण पर कार्रवाई करेगी. इस अतिक्रमण में जीटी रोड पर स्थित बिल्डिंग्स को भी शामिल किया गया है. इस टीम में एमई, एक्सईएन, जेई, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, सीएसआई आदि शामिल होंगे. नगर निगम कमिश्नर ने भी टीम को सख्त हिदायत दी है, ताकि शहर को जाम से मुक्त बनाया जा सके.

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मिलीभगत से अतिक्रमण
नगर निगम एक्सियन फारुख अब्दुला ने कहा की बढ़ते अतिक्रमण को ध्यान में रखते हुए उसे हटाने के लिए एक टीम गठित कर दी गई है. लोगों का कहना है कि निगम अधिकारी और दुकानदारों की मिलीभगत से ये अतिक्रमण हुआ है. उन्होंने कहा कि एक बार पहले भी इसे हटवाने के लिए हाईकोर्ट से आदेश आए थे, लेकिन अज्ञात कारणों से इसे नहीं हटवाया गया. बाजार प्रधान ने भी कहा की निगम कार्रवाई करने की बात तो करती है लेकिन कभी कुछ करती नहीं है.

Intro:

एंकर - पानीपत की औद्योगिक नगरी में अतिक्रमण के चलते रोड की चौड़ाई 80 फीट से सिमट कर 30 फीट रह गई है। जिस कारण वाहन चालक व शहर वासियों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बाजार प्रधान ने बताया कि निगम की अनदेखी के चलते दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आते है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वंही निगम ने दिया जल्द कार्यवाही का आश्वाशन। ,


Body:
वीओ -- शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर निगम ने टीम गठित कर दी है। टीम फील्ड में उतरकर अतिक्रमण पर कार्रवाई करेगी। इस अतिक्रमण में जीटी रोड पर स्थित बिल्डिंग्स को भी शामिल किया गया है। इस टीम में एमई, एक्सईएन, जेई, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, सीएसआई आदि शामिल होंगे। वंही पानीपत के बाजारों में हकीकत कुछ और हे ,लगातार दुकानदारों के बढ़ते अतिक्रमण से आमजन को भरी परेशानी का करना पड़ रहा सामना , निगम के दावे आ रहे फेल नजर।
वीओ -- नगर निगम कमिश्नर ने भी टीम को सख्त हिदायत दे दी है, ताकि शहर को जाम से मुक्त बनाया जा सके। नगर निगम एक्सियन फारुख अब्दुला ने कहा की बढ़ते अतिक्रमण को ध्यान में रखते हुए उसे हटाने के लिए एक टीम गठित कर दी गई है। हालांकि शहर में अतिक्रमण हर साल राजनीति का मुद्दा बनता आया है, वंही अतिक्रमण इस हद तक बढ़ चुका है कि जिसे हटवाना मुश्किल है। हालांकि यह अतिक्रमण निगम अधिकारी व अतिक्रमणकर्ताओं की मिलीभगत से हुआ है। लेकिन अब किसी भी कीमत पर इसे नहीं हटवाया जा सकता। एक बार पहले भी इसे हटवाने के लिए हाईकोर्ट से आदेश आए थे, लेकिन अज्ञात कारणों से इसे नहीं हटवाया गया। इसके कारण इनकी हिम्मत और बुलंद होती चली गई। बाजार प्रधान ने भी कहा की निगम की करने की बात तो करती हे लेकिन इस और कोई कार्यवाही नहीं की जाती ,अधिकारियो ने खुद भी माना हे की दुकानदार गलत काम कर रहे हे लेकिन समाधान के नाम पर उनके भी हाथ खाली।

Conclusion:बाईट - फारूक अब्दुला ,नगर निगम एक्सियन
बाईट - सुखबीर मुंझाल ,इंसार बाजार प्रधान
बाईट - राजू ,राहगीर
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