पानीपत: हरियाणा के कई जिलों में कल लगातार हुई भारी बरसात और ओलावृष्टि के कारण गेहूं और सरसों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है और ताजी बिजाई की गई सब्जियों की फसल भी लगभग तबाह हो चुकी है। बारिश के कारण फसलें खेत में बिल्कुल सपाट हो चुकी है। प्रदेश में लगभग 30 से 40 फीसदी फसलों को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग की मानें तो बरसात 23 मार्च तक होने तक की संभावना है. फिलहाल सरकार ने बजट सदन में कहा है कि ओलावृष्टि और बारिश से हुई खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी की जाएगी.
सोमवार को हुई बारिश के कारण खेतों में फसलें बिल्कुल सपाट हो चुकी है. गेहूं और सरसों की फसलों को इस बारिश से बड़ा नुकसान पहुंचा है. क्योंकि गेहूं की फसलें लगभग तैयार हो चुकी है. वहीं, सरसों की फसलें कटाई कर खेतों में ही रखी हुई थी, जिस कारण से इन दोनों फसलों को अधिकांश नुकसान पहुंचा है. किसानों का कहना है कि इस बेमौसमी बरसात के कारण गेहूं की फसल जमीन पर लेट चुकी है जिसके कारण पैदावार कम होगी और बारीक दाना हो जाएगा.
नमी के कारण फंगस जैसी बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं. किसानों ने कहा कि जो सब्जियों की पौध अभी ताजी लगाई गई थीं, वह फसलें बिल्कुल ही खत्म हो चुकी हैं. अब उनकी दोबारा बिजाई करनी पड़ेगी. किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा स्पेशल गिरदावरी करने की बात कही है, यह सरकार का अच्छा कदम है. वहीं, इसके दावे के लिए उन्हें काफी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ेगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कई किसान खुद से पोर्टल पर अपलोड कर पाएंगे तो कई ऐसे किसान हैं जो खुद से अपलोड नहीं भी कर पाएंगे. किसान खुद पोर्टल पर अपना ब्यौरा नहीं डाल सकते. ऐसे में गिरदावरी पटवारी द्वारा की जाए तो बेहतर है.
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