पानीपत: कोरोना के साथ-साथ अब ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ने लगा है. आए दिन किसी ना किसी जिले से इसके मामले सामने आने लगे हैं. प्रदेश सरकार ने भी इसे अधिसूचित रोग घोषित कर दिया है. साथ ही इसकी निगरानी के लिए कमेटियों का गठन किया गया है.
ब्लैक फंगस और कोरोना वायरस पर सीएमओ डॉ. जितेंद्र कादियान से बात की. उन्होंने बताया कि कोरोना केसों में काफी कमी देखने को मिल रही है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को खांसी, जुकाम और बुखार जैसे लक्षण हों तो वो स्टेरॉइड्स लेने से बचें.
ये भी पढे़ं- हिसार: अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस के 16 नए मरीज हुए भर्ती, कुल आंकड़ा हुआ 62
सीएमओ ने बताया कि डॉक्टर से परामर्श के बाद सिर्फ उन दवाओं का सेवन करें जिनक नाम रेपर पर लिखा हो. किसी भी मेडिकल स्टोर या डॉक्टर से खुली हुई गोलियां लेकर इलाज में प्रयोग ना करें, क्योंकि ऐसी गोलियां स्टेरॉइड्स हो सकती हैं. उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोरोना के लक्षण हैं, तो पहले पांच दिन कम से कम स्टेरॉइड्स का प्रयोग बिल्कुल ना करें.
डॉ. जितेंद्र कादियान ने कहा कि हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस को नोटिफाइड बीमारी घोषित कर दिया है. ऐसे में ब्लैक फंगस से संबंधित मरीजों के इलाज कर रहे सभी अस्पतालों को उनका रिकॉर्ड सरकार को उपलब्ध कराना होगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल पानीपत में ब्लैक फंगस का कोई भी कंफर्म केस नहीं आया है. कुछ संदिग्ध केस हैं जिनके टेस्ट किए गए हैं.
ये भी पढे़ं- आंख और दिमाग पर होता है ब्लैक फंगस का असर, नेत्र चिकित्सक से जानें किन लोगों पर करता है ज्यादा अटैक