पानीपत: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. भारत में भी ये आंकड़ा हर रोज बढ़ रहा है. पिछले कुछ दिनों में कई ऐसी दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें आई जिनमें दूर से ही मृतक के परिवार के लोगों ने अंतिम विदाई दी. डर था कि कहीं कोरोना ना फैल जाए. इसको देखते हुए सरकार की ओर से कुछ दिशा निर्देश दिए गए हैं, जिनको ध्यान में रखते हुए कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. इसकी जिम्मेदारी सरकार की ओर से नगर निगम को दी गई है. साथ ही नगर निगम को कोरोना प्रभावित इलाकों को सैनिटाइज करना का जिम्मा भी है.
इन दिनों नगर निगम कमिश्नर के पीए विक्रम राणा शवों का अंतिम संस्कार करा रहे हैं. साथ ही कंटेनमेंट एरिया को सैनिटाइजेशन की जिम्मेदारी उन्हीं पर है. उनका कहना है कि वो शवों को सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइज करते हैं. साथ ही कंटेनमेंट एरिया में रस्सी लगाते हैं. साथ ही कोरोना संक्रमित व्यक्ति घर पर पोस्टर लगाते हैं, जिससे कि मरीजों के घर की पहचान हो सके.
सरकारी दिशा निर्देशों को मुताबिक संक्रमित शव को अस्पताल से हटाते समय डॉक्टर्स को सबसे पहले ये देखना होता है कि शव में कहीं रिसाव तो नहीं हो रहा. उसके बाद शव को प्लास्टिक के लीक-प्रूफ़ बैग में रख जाता है. उस बैग को सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइज किया जाता है. उसके बाद शव अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम को दिया जाता है. जहां पर नगर निगम कर्मियों को भी पीपीई किट पहनना और सैनिटाइजेशन का पूरा इंतजाम अनिवार्य है. पानीपत शहर में अब तक 32 से अधिक कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार नगर निगम और सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर किया है.
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कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर किया जाता है. साथ ही शव के आस-पास के पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जाता है. इसको लेकर पानीपत नगर निगम की तैयारी कैसी हैं? इसको लेकर ईटीवी भारत पानीपत नगर निगम के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर प्रदीप कल्याण से बात की. उन्होंने बताया कि उनके पास उनके पास शव सैनिटाइजेशन और कंटेनमेंट एरिया सैनिटाइजेशन के प्रोपर इंतजाम हैं. शवों का अंतिम संस्कार करने से पहले वो कर्मचारियों को ग्लब्स, पीपीई किट, फेस शील्ड और सैनिटाइजर दिया जाता है.