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कोरोना इफेक्ट: रोडवेज की बसों में ड्राइवर और कंडक्टर के लिए बनाए जा रहे केबिन - haryana roadways bus cabin

पानीपत रोडवेज डिपो के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बस में अलग से केबिन बना लिए हैं. इससे ड्राइवर और कंडक्टर सवारियों के कम से कम संपर्क में आएंगे.

panipat roadways
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Published : Jul 24, 2020, 3:05 PM IST

पानीपत: रोडवेज बस चला रहे हरियाणा के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने कोरोना से बचने के लिए देसी जुगाड़ करने शुरू कर दिए हैं. पानीपत रोडवेज डिपो के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने अपने लिए बस में अलग से केबिन बना लिए हैं. इससे ये होगा कि ड्राइवर और कंडक्टर बस में बैठने वाली सवारियों के कम से कम संपर्क में आएंगे.

कोरोना इफेक्ट: रोडवेज की बसों में ड्राइवर और कंडक्टर के लिए बनाए जा रहे केबिन

ड्राइवर तो बस में बैठते ही अपनी सीट और बनाए गए सेफ केबिन के अंदर होंगे. वहीं कंडक्टर सवारियों की टिकट काटने के बाद खुद को पहले सैनिटाइज करेंगे और फिर खुद भी सेफ केबिन में बैठ जाएंगे. वहीं ड्राइवर और कंडक्टरों के इन जुगाड़ को देखते हुए बस मैकेनिकों ने केबिन बनाने शुरू कर दिए हैं.

ये भी पढ़ें- अनलॉक में भी सूने पड़े हैं चंडीगढ़ के धोबी घाट, संकट में लॉन्ड्री बिजनेस के लोग

पानीपत रोडवेज डिपो के अधिकारियों के मुताबिक रोडवेज कि जिम्मेदारी ड्राइवर और कंडक्टर को लेकर सबसे ज्यादा है. ऐसे में कोरोना काल मे चालक और परिचालक स्वास्थ्य रहेंगे तो रोडवेज चलेगी वरना पहले ही रोडवेज घाटे में जा रही है.

ऐसे में खुद को खतरनाक कोरोना बीमारी से बचाकर सवारियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचना चालक परिचालक के लिए बड़ी चुनौती है. इसलिए रोडवेज डिपो ने बसों में अलग से सेफ केबिन बनाने शुरू कर दिए हैं.

पानीपत: रोडवेज बस चला रहे हरियाणा के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने कोरोना से बचने के लिए देसी जुगाड़ करने शुरू कर दिए हैं. पानीपत रोडवेज डिपो के ड्राइवरों और कंडक्टरों ने अपने लिए बस में अलग से केबिन बना लिए हैं. इससे ये होगा कि ड्राइवर और कंडक्टर बस में बैठने वाली सवारियों के कम से कम संपर्क में आएंगे.

कोरोना इफेक्ट: रोडवेज की बसों में ड्राइवर और कंडक्टर के लिए बनाए जा रहे केबिन

ड्राइवर तो बस में बैठते ही अपनी सीट और बनाए गए सेफ केबिन के अंदर होंगे. वहीं कंडक्टर सवारियों की टिकट काटने के बाद खुद को पहले सैनिटाइज करेंगे और फिर खुद भी सेफ केबिन में बैठ जाएंगे. वहीं ड्राइवर और कंडक्टरों के इन जुगाड़ को देखते हुए बस मैकेनिकों ने केबिन बनाने शुरू कर दिए हैं.

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पानीपत रोडवेज डिपो के अधिकारियों के मुताबिक रोडवेज कि जिम्मेदारी ड्राइवर और कंडक्टर को लेकर सबसे ज्यादा है. ऐसे में कोरोना काल मे चालक और परिचालक स्वास्थ्य रहेंगे तो रोडवेज चलेगी वरना पहले ही रोडवेज घाटे में जा रही है.

ऐसे में खुद को खतरनाक कोरोना बीमारी से बचाकर सवारियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचना चालक परिचालक के लिए बड़ी चुनौती है. इसलिए रोडवेज डिपो ने बसों में अलग से सेफ केबिन बनाने शुरू कर दिए हैं.

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