करनाल: ससंद के शीतकालीन सत्र में करनाल लोकसभा से बीजेपी सांसद संजय भाटिया (bjp mp sanjay bhatiya) ने पानीपत की औद्योगिक इकाइयों में कोयले के इस्तेमाल (sanjay bhatiya on coal industrial units) की मांग का मुद्दा उठाया. सांसद ने करनाल लोकसभा क्षेत्र को दिल्ली एनसीआर से बाहर करने की भी सिफारिश की. बीजेपी सांसद संजय भाटिया ने पानीपत औद्योगिक क्षेत्र की मांग को उठाते हुए कहा कि करनाल लोकसभा क्षेत्र में हजारों औद्योगिक इकाइयां हैं, जोकि कोयले से चलती हैं.
इन औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कोयले के इस्तेमाल को लेकर नोटिस दिया जा रहा है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से औद्योगिक इकाइयों में लगे बॉयलर को कोयले की जगह पीएनजी में बदलने के नोटिस आ रहे हैं. बीजेपी सांसद ने सदन में कहा कि बॉयलर को पीएनजी पर लाने से ईंधन की लागत बहुत अधिक बढ़ जाएगी. इससे पानीपत की औद्योगिक इकाइयां वैश्विक स्तर पर कीमतों में मुकाबला नहीं कर पाएंगी, क्योंकि इससे ईंधन की लागत भी 3 गुना बढ़ जाएगी. जो आर्थिक रूप से भी व्यावहारिक नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर कोयले से चलने वाले सभी बॉयलर इकाइयों को छूट नहीं दी गई, तो इकाइयां बंद हो जाएंगी और हम वैश्विक स्तर पर पिछड़ जाएंगे. उन्होंने कहा कि पीएनजी भी बहुत महंगी है और पीएनजी सप्लाई कंपनी का क्षेत्र में एकाधिकार है, इसलिए वर्तमान समय में औद्योगिक इकाइयों की मांग को देखते हुए और पानीपत की औद्योगिक इकाइयों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बरकरार रखने के लिए कोयले की अनुमति प्रदान करें या करनाल लोकसभा संसदीय क्षेत्र को एनसीआर से बाहर किया जाए.