पानीपत: एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर लौटने पर कबड्डी प्लेयर अक्षीमा का पानीपत में जोरदार स्वागत किया गया. अक्षीमा मूल रूप से रोहतक की रहने वाली है और पानीपत में CISF में नौकरी करती हैं. अक्षीमा ने बताया कि उनके पिता ने उनके इस सपने के लिए अपनी नौकरी तक को छोड़ दिया था. जिसके बाद अक्षीमा ने अपने खेल पर फोकस किया और आज इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं. 2026 में भी अक्षीमा ने गोल्ड जीतने का टारगेट सेट किया है.
एशियन गेम्स में हिंदुस्तान ने इस बार 107 मेडल हासिल किए हैं. हिंदुस्तान को 100वां गोल्ड मेडल भारतीय महिला कबड्डी टीम ने दिलवाया है. गोल्ड जीतने के बाद अक्षीमा पहली बार पानीपत पहुंची हैं. इस दौरान अक्षीमा ने बताया कि उनकी इस सफलता के पीछे उनके परिवार को बहुत बड़ा योगदान है. अक्षीमा पिछले 6 सालों से गोल्ड मेडल के लिए लगातार मेहनत कर रही हैं. उन्होंने बताया 2026 में भी भारत को एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड दिलवाना चाहती हैं.
आपको बता दें कि 2017 में अक्षीमा ने अपने भाई के साथ कबड्डी खेलना शुरू किया था. लगातार मेहनत करके आज वह इस मुकाम पर पहुंची हैं. अपने समय में यूनिवर्सिटी में खेलते समय भी वह दो बार गोल्ड मेडल टीम को दिलवा चुकी हैं. वह यूनिवर्सिटी टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं. फिलहाल अक्षीमा सीआईएसएफ में हवलदार के पद पर तैनात हैं.