पंचकूला: हरियाणा में विधायकों को अर्थशास्त्र की बारीकियां सिखाने के लिए यानी वित्त प्रबंधन एवं बजट पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. एक दिवसीय यह कार्यक्रम पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित किया गया. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करीब 11 बजे इस सत्र का शुभारंभ किया. इस सत्र में विधायकों को बजट में प्रस्तावित अनुदानों के अध्ययन करने के वैज्ञानिक तरीके और राज्यों में वित्तीय प्रबंधन की बारीकियां सिखाई गई. (CM Manohar Lal Khattar in Panchkula)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हर बार बजट को लेकर नए प्रयोग सरकार और विधानसभा की तरफ से दिए जाते हैं. विधायकों को ट्रेनिंग देना विधानसभा का अच्छा और नया प्रयोग है. जिसमें बजट के सभी पहलुओं पर चर्चा की जाती है. सीएम ने कहा कि हरियाणा वित्तीय प्रबंधन में सभी राज्यों से अच्छी स्थिति में है. कोविड के चलते जीएसडीपी के 5 फीसदी तक की सीमा केंद्र की तरफ से रखी गई. इसके बावजूद भी हमनें तय सीमा से ज्यादा कर्ज नहीं बढ़ने दिया. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि अगली बार का बजट सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्राम विकास और स्वच्छता पर आधारित होगा, उन्होंने कहा कि विधायकों से मिले सुझावों को बजट में समाहित करेंगे.
राज्यों के वित्त प्रबंधन एवं बजट पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि बजट की बारीकियों को सीखने का एक मौका है. पिछले 3 साल से वित्त मंत्री के तौर पर बजट के अनछुए पहलू जानने का मौका मिल रहा है. उन्होंने कहा कि, हमारी आय और खर्च को ध्यान में रखकर बजट बनाया जाता है. सीएम ने कहा कि कोरोना के बावजूद हमने तय सीमा में ही ऋण रखा. (CM on Debt Burden on Haryana) (Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda)
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उन्होंने कहा कि, पिछले सालों में हमने कई प्रयोग किए और बजट से पहले हमने चर्चा शुरू की. सीएम ने कहा कि, बजट तैयार करने से पहले सदस्यों द्वारा किसी तरह की कोई मांग आने पर उन्हें बजट में समाहित करने की कोशिश करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, प्रति व्यक्ति आय में बड़े राज्यों में हरियाणा नंबर वन रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में बजट व्यवस्था और भी सुदृढ़ करेंगे.