पंचकूला: हरियाणा एचसीएस में गलतियों को लेकर एचसीएस की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों ने सोमवार को हरियाणा लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर धरना दिया. परीक्षार्थियों का कहना है कि हाल ही में हुई एचसीएस की परीक्षा में सेट किये गए परीक्षा पत्र को विदेशी लेखक की पुस्तक से लिया गया है, जो सीधे-सीधे कॉपी राइट का मामला बनता है. आपको बता दें कि विभिन्न जिलों के परीक्षार्थी इस मामले में ज्ञापन देने के लिए पंचकूला के सेक्टर 4 में इकट्ठा हुए थे.
'सरकार आयोग की कार्यप्रणाली पर दे ध्यान'
लगभग 5 साल बाद हरियाणा सरकार ने एचसीएस परीक्षा का आयोजन किया था और परीक्षा में प्रश्न पत्र और उत्तर को लेकर परीक्षार्थियों में काफी रोष है. परीक्षार्थी श्वेता ने कहा कि उनका सरकार से आग्रह है कि सरकार हरियाणा लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर ध्यान दे. उन्होंने कहा कि आयोग की पारदर्शिता को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, वे झूठे हैं और सीक्रेसी बहुत अधिक है.
'जल्दबाजी में करवाई जा रही हैं परीक्षाएं'
श्वेता ने कहा कि सभी परीक्षाएं बहुत जल्द बाजी में करवाई जा रही है और जल्दबाजी में नतीजे घोषित किये जा रहे हैं और वो भी तब जब न्यायालय की छुटियां चल रही है और उम्मीदवार अपनी बात को रखने के लिए अदालत का भी दरवाजा नहीं खटखटा सकते.
प्रश्न पेपर में किए गए काफी बदलाव
साथ ही परीक्षार्थी ने कहा कि एचसीएस की परीक्षा पत्र के पेपर 1 और 2 में आयोग ने 31 परिवर्तन किये हैं. 10 प्रशनो को पूरी तरह डिलीट करके सबको एक समान अवार्ड करके अंक दिए गए हैं, यह उस परीक्षा में किया जा रहा है जिसमें नेगेटिव मार्किंग भी की गई है.
'फैक्चूअल प्रश्नों के दिए गए दो-दो उत्तर'
साथ ही परीक्षार्थियों ने कहा कि 8 प्रशनों के दो-दो उत्तर दिए गए हैं, जबकि फैक्चूल प्रश्नों के दो उत्तर कैसे हो सकते हैं. उन्होंने आयोग पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि इस तरह का बदलाव करके आयोग किन उम्मीदवारों को लाभ पहुंचा रही है.
परीक्षार्थियों ने सरकार से लगाई गुहार
अब परीक्षार्थियों ने इस मामले में सरकार से मांग की है कि सरकार हरियाणा चयन आयोग से पेपर को रद्द करवाए और पेपर करवाए. साथ ही कहा है कि एचसीएस परीक्षा रद्द करके परीक्षकों के नए पैनल का गठन किया जाए.