पंचकूलाः कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में लगातार सतर्कता बरती जा रही है. इसी कड़ी में अब प्रदेश के सभी शिशु गृह, बाल भवन में भी सतर्कता के तौर पर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से सख्त हिदायतें जारी की गई है.
सोशल डिस्टेंसिंग जागरुकता
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने बताया कि शिशु गृह, बाल भवन में दाखिल होने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. कृष्ण ढुल ने बताया कि शिशु गृह में ज्यादा बच्चे रहते हैं और बच्चे कोरोना को लेकर जागरूक रहें इसको लेकर टीचर्स, आया, सोशल वर्कर के माध्यम से हर बच्चे को बताया गया है कि किस प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है.
बच्चों के लिए खास हिदायतें
उन्होंने बताया कि बच्चों को ये भी जानकारी दी गई है कि छींकने पर या नाक साफ करने पर मुंह को ढकना है और किस तरह से सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना है. हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने बताया कि स्टाफ को हिदायतें दी गई है कि समय-समय पर बच्चों की बेडिंग्स को बदला जाए और बच्चों को एक जगह पर ज्यादा संख्या में इकट्ठा ना होने दिया जाए.
बनाया गया कंट्रोल रूम
परिषद के मानद महासचिव ने बताया कि होम्स में जितने बच्चे हैं उन बच्चों के रहने के लिए पर्याप्त जगह है और उनके लिए सैनिटाइजर, बेड शीट्स, खाने की व्यवस्था हाइजीन है या नहीं इन सब पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है. कृष्ण ढुल ने बताया कि एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है और कंट्रोल रूम के माध्यम से किसी भी समय, किसी भी डॉक्टर से सीधा संपर्क किया जा सकता है.
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डोनर्स की एंट्री बैन
बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए होम के अंदर किसी भी व्यक्ति की एंट्री को बैन किया जा चुका है. डोनर्स डोनेट करने के लिए आ रहे हैं लेकिन डोनर्स जो सामान दे रहे हैं उस सामान को वे गेट पर ही रखे जाते हैं और गेट पर मौजूद चौकीदार डोनेट किए गए सामान को उठा करके एक जगह पर रखता है. डोनेट किए गए सामान को 3 से 4 दिन के बाद इस्तेमाल में लाया जाता है.
72 लाख की मिली मदद राशि
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव कृष्ण ढुल ने बताया कि बोर्ग वार्नर नामक जर्मनी की एक कंपनी जो हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद में सहयोग करती है. उस कंपनी ने कोरोना रिलीफ फंड में 72 लाख 44 हजार रुपये की राशि दी है. जिसके लिए उन्होंने उस कंपनी का आभार व्यक्त किया.