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'हर क्षेत्र का निजीकरण चाहती है सरकार, एमएसपी के नाम पर कर रही गुमराह'

किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम चढूनी का महापंचायत कार्यक्रम जारी है. इस कार्यक्रम के तहत दोनों अलग-अलग जगहों पर जाकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का हौसला बढ़ा रहे हैं.

Gurnam Chadhuni farmer leader
Gurnam Chadhuni farmer leader
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Published : Feb 11, 2021, 9:57 AM IST

पंचकूला: बुधवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पंचकूला के बरवाला ब्लॉक में पहुंचे. उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. पंचकूला के टोल पर जो किसान लंबे समय से धरना दे रहे हैं. वो उनका धन्यवाद करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत खराब है और सरकार चाहती है कि किसानों में फूट पड़ जाए और किसानों ने आंदोलन टूट जाए.

गुरनाम चढूनी ने कहा कि किसान इन आंदोलन के साथ और मजबूत होता जा रहा है और जब तक सरकार किसानों की बात नहीं मान लेती तब तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र का प्राइवेटाइजेशन करती जा रही है.

गुरनाम चढूनी से कृषि कानून को लेकर सरकार पर निशाना साधा

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी के नाम पर मिस गाइड कर रही है. उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए सरकार से पूछा कि आखिरकार सरकार एग्रो बिजनेस को क्यों कारपोरेट को देना चाहते हैं? जबकि कारपोरेट को देने की मांग जनता ने नहीं की थी. उन्होंने कहा कि जनता जिस चीज की मांग कर रही है वो तो सरकार दे नहीं रही और जिस चीज की मांग जनता नहीं कर रही उसे सरकार जबरन थोप रही है.

ये भी पढ़ें- 18 फरवरी को देशभर में रेल रोकेंगे किसान, जानिए किसानों ने मीटिंग में और क्या लिए फैसले

उन्होंने कहा कि सरकार अपने मित्र अंबानी, अडानी को पालना चाहती है. जिसके चलते हर क्षेत्र का प्राइवेटाइजेशन कर रही है. हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा था कि ये आंदोलन अब राजनीतिक आंदोलन बन गया है. इस पर गुरनाम सिंह ने कहा कि जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि लगती है. उन्होंने कहा कि सरकार में किसान आंदोलन को खालीस्तान बताने की कोशिश की है. दीप सिधु की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हुड़दंग मचाया उन्हें गिरफ्तार करना सरकार का काम है.

पंचकूला: बुधवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पंचकूला के बरवाला ब्लॉक में पहुंचे. उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. पंचकूला के टोल पर जो किसान लंबे समय से धरना दे रहे हैं. वो उनका धन्यवाद करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत खराब है और सरकार चाहती है कि किसानों में फूट पड़ जाए और किसानों ने आंदोलन टूट जाए.

गुरनाम चढूनी ने कहा कि किसान इन आंदोलन के साथ और मजबूत होता जा रहा है और जब तक सरकार किसानों की बात नहीं मान लेती तब तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र का प्राइवेटाइजेशन करती जा रही है.

गुरनाम चढूनी से कृषि कानून को लेकर सरकार पर निशाना साधा

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी के नाम पर मिस गाइड कर रही है. उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए सरकार से पूछा कि आखिरकार सरकार एग्रो बिजनेस को क्यों कारपोरेट को देना चाहते हैं? जबकि कारपोरेट को देने की मांग जनता ने नहीं की थी. उन्होंने कहा कि जनता जिस चीज की मांग कर रही है वो तो सरकार दे नहीं रही और जिस चीज की मांग जनता नहीं कर रही उसे सरकार जबरन थोप रही है.

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उन्होंने कहा कि सरकार अपने मित्र अंबानी, अडानी को पालना चाहती है. जिसके चलते हर क्षेत्र का प्राइवेटाइजेशन कर रही है. हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा था कि ये आंदोलन अब राजनीतिक आंदोलन बन गया है. इस पर गुरनाम सिंह ने कहा कि जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि लगती है. उन्होंने कहा कि सरकार में किसान आंदोलन को खालीस्तान बताने की कोशिश की है. दीप सिधु की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हुड़दंग मचाया उन्हें गिरफ्तार करना सरकार का काम है.

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