पंचकूला: हरियाणा के पंचकूला में किसानों का आंदोलन जारी है. पंचकूला में हरियाणा और पंजाब के किसान तीन दिवसीय महापड़ाव पर हैं. इस बीच महापड़ाव के दूसरे दिन किसान नेता राकेश टिकैत पंचकूला पहुंचे और किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया. आज संयुक्त किसान मोर्चा के 21 लोगों का डेलिगेशन गवर्नर हाउस पहुंचकर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की. इस दौरान विभिन्न मांगों को लेकर किसानों ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा.
राज्यपाल से मिले किसान नेता: बता दें कि किसान नेताओं हरियाणा के राज्यपाल से मुलाकात कर बातचीत की है. राज्यपाल से मुलाकात के बाद किसान नेता रतन मान ने कहा कि हमने राज्यपाल से मुलकात कर ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल ने खुलकर बातें कीं. उन्होंने आश्वासन दिया सरकार को हमारी मांग को सौंपेंगे और बात करेंगे. एमएसपी खरीद गारंटी, लखीमपुरी मामले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, किसानों को रिहा करने, पराली और बिजली से संबंधित मामलों को लेकर राज्यपाल से बात की गई. किसान नेता ने कहा कि केंद्र ने जो एमएसपी के लिए कमेटी बनाई उस पर आज तक कुछ नहीं हुआ है. कमेटी हर साल एमएसपी में जोड़ने वाली चीजों को हर साल जोड़े.
पंचकूला में किसानों का धरना खत्म: राज्यपाल से मुलाकात के बाद किसान नेता रतन मान ने कहा कि हम धरना खत्म करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिसार में 11 दिसंबर को बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. अगर मांगें नहीं मानी गई तो आने वाले समय में पिछले समय से बड़ा आंदोलन होगा. लोकसभा चुनाव से पहले हमें अपनी मांगें मनवानी है. आंदोलन करने वाले किसानों को नोटिस दिया जा रहा है.
पंचकूला में किसानों का महापड़ाव: बता दें कि पंचकूला में किसानों के महापड़ाव का आज तीसरा दिन है. पंचकूला में किसानों के महापड़ाव को देखते हुए चंडीगढ़ सीमा पर भारी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही वाटर कैनन, आंसू गैस और दंगा विरोधी टीम की विशेष तैनाती की गई है.
पंचकूला में 900 पुलिसकर्मी तैनात: इस महापड़ाव में 17 किसान यूनियन और 10 ट्रेड यूनियन शामिल हैं जो अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन को देखते हुए पंचकूला में 10 कंपनियों के 900 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किए गए हैं. आज महापड़ाव के तीसरे दिन भी हजारों किसान डटे हुए हैं. धरना स्थल पर किसानों का जमावड़ा लगातार बढ़ रहा है. बता दें कि मोहाली में करीब 10 हजार और पंचकूला में 2 हजार किसान पहुंच चुके हैं.
किसानों के महापड़ाव में गरजे राकेश टिकैत: महापड़ाव के दूसरे दिन पंचकूला पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन के जरिए किसान अपनी मांगों को सरकार के सामने रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में बड़ा आंदोलन हुए 2 साल हो गए हैं. ऐसे में पंचकूला में 3 दिन का महापड़ाव इसलिए रखा गया है कि लोग आंदोलन करना भूल न जाएं. राकेश टिकैत ने कि आने वाले समय में एक बड़े आंदोलन करने की जरूरत है.
क्या है किसानों की मांगें?: धरना पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा की जो मुख्य मांगें हैं उनमें सभी फसलों पर MSP की कानूनी गारंटी, किसानों के कर्ज माफ, बिजली संशोधन बिल 2022 रद्द करने की मांग है. इसके अलावा किसानों ने चार लेबर कोड निरस्त करने की मांग की है. किसानों के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमे को भी वापस लेने की मांग की गई है.
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