पंचकूला: हरियाणा में कांग्रेस सरकार के समय जेबीटी अध्यापकों की भर्ती हुई थी. जिसमें 72 जेबीटी अध्यापकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने सभी 72 अध्यापकों को नोटिस जारी कर. पंचकूला आने के लिए तलब किया था, ताकि सभी जेबीटी अध्यापकों के दस्तावेज और फिंगरप्रिंट को चेक किया जा सके. मौलिक शिक्षा विभाग की संयुक्त कमेटी इन शिक्षकों को भौतिक सत्यापन के लिए कई बार तलब कर चुकी है.
जितनी बार भी अध्यापकों को नोटिस दिया गया, ये सभी हर बार नदारद रहे. इस बार सभी 72 जेबीटी टीचर जांच कमेटी के सामने पेश हुए और अपने दस्तावेज के साथ फिंगरप्रिंट दिए. आपको बता दें कि मौलिक शिक्षा विभाग की ओर से साल 2009 और 2012 में जारी विज्ञापन के तहत चुने गए उन अध्यापकों की फिजिकल वेरिफिकेशन करवाई जा रही है. जिनकी एचटेट ओएमआर शीट वैज्ञानिक जांच में संदिग्ध मिली है. अगर फिजिकल जांच में अध्यापकों की रिपोर्ट गलत मिली तो उनपर कार्रवाई की जा सकती है.
साल 2009 और 2012 में 1207 प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती निकली थी. मधुबन स्थित फोरेंसिक जांच लैब में बड़ी संख्या में चुने गए शिक्षकों की ओएमआर शीट में कई तरह की गड़बड़ी सामने आई. इसी के आधार पर राज्य सरकार ने इन शिक्षकों की फिजिकल वेरिफिकेशन करने का फैसला लिया था और ये फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अगस्त में शुरू की गई थी. आज 72 जेबीटी टीचरों में से कई टीचर अपनी फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने के लिए अपने दस्तावेजों के साथ कमेटी के समक्ष पहुंचे. 72 जेबीटी शिक्षकों में से 43 शिक्षक 2009 और 29 शिक्षक 2012 बैच के हैं.
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